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राज्य आंदोलनकारियों की 14 जुलाई को राजभवन कूच, 8 अगस्त को मुख्यमंत्री आवास घेराव की तैयारी

देहरादून। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच की एक बैठक शहीद स्मारक पर आयोजित हुई। जिसमे कई प्रस्ताव पास किए गए।

बैठक की अध्यक्षता मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी की तथा संचालन वरिष्ठ उपाध्यक्ष पूर्ण सिंह लिंगवाल ने किया। राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि लगातार उपेक्षा से नाराज आनोलंकारियों ने अब सड़क पर उतरने का मन बना लिया है। कई वक्ताओं ने कहा कि कई निवेदन मांग पत्रों मंत्रियों से वार्ताओं आश्वशसनो के बाद भी कोई सकारात्मक परिणाम नही निकला है सरकार भरोसा वादा तो करती है पर उसे पूरा नहीं करती है । न 10% आरक्षण विधयेक को राज भवन से साइन किया जा रहा है।

न ही इस एक्ट को वापस सरकार को भेजा जा रहा है इसलिए सबसे पहले 14 जुलाई को राजभवन मार्च किया जाएगा। उसके उपरांत अन्य मांगों को लेकर 8 अगस्त को मुख्यमंत्री आवास घेराव किया जाएगा। इन दोनो कार्यकर्मों के लिए इससे पहले 04जुलाई को शाहिद स्मारक पर सभी संगठनों को साथ लेकर एक तैयारी बैठक भी बुलाई जाएगी ताकि एक जुट होकर लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाया जा सके।

राज्य आंदोलनकारी अपनी साथ सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले कई सालों से लगातार संघर्षरत हैं। जिनमे प्रमुख रूप से (1) मुज्जफर नगर कांड के दोषियों को सजा की मांग और मजबूती मुकदमा लड़ने के लिए सरकार मजबूत वकीलों का पैनल तैयार कर लड़ाई लड़े। (2) राज्य आंदोलनकारियों के 10% प्रतिशत आरक्षण विधेयक 2015 को जो गैरसैंण सत्र से पक्ष विपक्ष की सर्व सम्मति से पारित होकर राजभवन मंजूरी के लिया भेजा गया था । को तुरंत राजभवन से मंजूर करवाए या वापस मंगवाएं। या पुनः विधानसभा से दुबारा पास करवाए ।

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तब तक आर्डिनेंस जारी कर इसे लागू करवाए। (3) लंबित पड़ी चिन्हीकरण परक्रिया को तुरंत शुरू करे। एवम चिन्हित आंदोलनकारियों को दी जा रही पेंशन व्यवस्था का बजटीय प्रविधान करें ताकि यह अवाध रूप से मिलती रहे और समय समय पर इसमें बढ़ोतरी होती रहे।(4,) प्रदेश मै बढ़ रहे भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए तुरंत लोकायुक्त कानून लागू किया जाए।

(5) पर्वतीय राज्य की अवधारणा को बचाए रखने के लिए अगला परिसीमन क्षेत्रफल के आधार पर ही किया जाए।(6) राज्य की स्थाई राजधानी राज्य आंदोलन की भावना अनुसार गैरसैंण घोषित की जाए।(7) समूह ग की नौकरियों मै स्थानीय यूवाओ को प्राथमिकता दी जाए और इसके लिए रोजगार कार्यालयों मै पूर्वकीभांति पंजीकरण अनिवार्य किया जाए। साथ ही रिक्त पदों की तुरंत भर्तियों निकाल कर बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिया जाए।

कहा कि सरकार ने तुरंत उपरोक्त मांगो पर संज्ञान लेकर कार्यवाही नही की तो प्रदेश भर के समस्त राज्य आंदोलनकारियों को लामबंद कर उपरोक्त घोषित कार्यक्रमानुसार सड़क पर लड़ाई लड़ी जाएगी। बैठक के बाद सभी ने प्रसिद्ध कथा वाचक आचार्य सुरेंद्र प्रसाद सेमवाल की अगुवाई में शहीद स्मारक पर कोरोना से पूरे देश अपनी जान गवाने वाले लोगों की आत्म शांति के लिए हवन यज्ञ किया गया । जिसमे सभी ने मंत्रोचारण के बीच आहुतियां दी।

इस अवसर मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन नेगी, संचालन कर रहे पूर्ण सिंह लिंगवाल, आचार्य सुरेंद्र प्रसाद सेमवाल के अतिरिक्त आचार्य मधुसूदन जुयाल, चंद्र किरण राणा, बेदानंद कोठरी, पुष्पलता सिमालना, अरुणा थपलियाल, बंटी थापा, ऋषिकेश से आए संघर्ष समिति के अध्यक्ष वेद प्रकाश शर्मा, रूकम सिंह पोखरियाल, विक्रम भंडारी, देहरादून से सुमन भंडारी कमल सिंह गुसाईं प्रभात डंडरियाल, विनोद असवाल, राधा तिवाड़ी, नरेंद्र नौटियाल, यूकेडी नेता सुनील ध्यानी, जनता दल सेकुलर के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह, राजेश पांथरी, सत्येंद्र नौगाई, प्रदीप कुकरेती आदि उपस्थित रहे।

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