कार्य कई विभागों का, मानदेय एक का भी पूरा नहीं: आंगनबाड़ी संगठन


आंगनवाड़ी ने की सरकार से मानदेय में बढ़ोत्तरी की मांग

डोईवाला। उत्तरांचल आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ के बैनर तले आंगनबाड़ी ने मानदेय में बढोत्तरी की मांग सरकार से की है।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने कहा कि उनके द्वारा बीएलओ, जन्म, मृत्य, आर्थिक जनगणना, पोलियो ड्यूटी जैसे कार्य लगातार कराए जाते हैं। पर मानदेय काफी कम दिया जाता है। जिससे उन्हे काफी आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। और जो मानदेय वर्तमान में दिया जा रहा है।
वो कई-कई महीने बीतने के बाद आधा-अधूरा ही उनके खातों में ड़ाला जा रहा है। आंगनबाड़ी ने पूरे कोरोनाकाल में अपनी जान जोखिम में ड़ालकर कार्य किया है। फिर भी उनके कार्य की अनदेखी की जा रही है।

कहा कि नई शिक्षा नीति में आंगनबाड़ी केंद्रों को प्राथमिक विद्यालयों से जोड़ी जा रहा है। इसलिए उन्हे भी सरकारी शिक्षकों की तरह वेतन मिलना चाहिए।
वर्तमान में मिलने वाले मानदेय से आंगनबाड़ी मुश्लिक से अपना गुजारा चला पाती हैं। जिस कारण उन्हें आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है। उन्हे सरकारी विभागों की तरह ही मानदेय व छुट्टियां दी जानी चाहिए। पांच सुत्रीय मांगों को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में आंगनबाड़ी संगठन की प्रदेश महामंत्री सुशीला खत्री, ब्लाक अध्यक्ष अर्चना शर्मा आदि के हस्ताक्षर हैं।

