उत्तराखंडदेशदेहरादूनराजनीति

कृर्षि कानूनों के खिलाफ डोईवाला में दिया गया धरना, सर्मथन में बाजार रहा बंद

डोईवाला। शहीद ए आज़म सरदार भगत सिंह की 115 वीं जयंती के अवसर और संयुक्त किसान मोर्चे केआह्वान पर डोईवाला बाजार पूरी तरह बंद रहा।

किसानों ने चौक बाजार पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ धरना देकर केंद्र सरकार से कानून वापस लेने की मांग की। डोईवाला में भी स्थानीय व्यापारियों, बार एशोसिएशन डोईवाला के अधिवक्ता गण, ट्रांसपोर्टर और शुगर मिल श्रमिक यूनियन आदि संगठनों के सहयोग से संयुक्त किसान मोर्चे को भारत बंद के अभियान को कामयाब करने में सफलता मिली। नगर चौक किनारेर धरने को सम्बोधित करते हुए किसान सभा के जिलाध्यक्ष दलजीत सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों के खिलाफ लाए गए तीन काले कानूनों को सरकार द्वारा चोर दरवाजे से संसद में पारित कराकर 27 सितम्बर 2021 को राष्ट्रपति के हस्ताक्षर कराकर कानून का रूप दिया गया था।

कांग्रेस नेता मोहित उनियाल ने कहा कि किसान आंदोलन को कुचलने की कोशिशें की जा रही हैं। किसान सभा के प्रांतीय महामंत्री गंगाधर नौटियाल ने कहा कि 10 माह से देश का अन्नदाता दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलन कर रहा है। और लगभग 800 किसानों की शहादतें हो चुकी हैं। लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है।

धरने को किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव रणबीर सिंह चौहान व किसान मोर्चे के अध्यक्ष  ताजेन्द्र सिंह ने सम्बोधित करते हुए कहा कि यदि समय रहते केंद्र सरकार इन काले कानूनों को वापस नहीं लेती तो आने वाले प्रदेश व केंद्र के चुनावों में किसान व मजदूर एव छोटे व्यापारी मिलकर आंदोलन को और तेज करेंगे। बलबीर सिंह, ज़ाहिद अंजुम, उमेद बोरा, सुरेंद्र सिंह खालसा, गुरदीप सिंह, अश्विनी त्यागी, गुरविंदर सिंह बॉबी, किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष इंदरजीत सिंह, गौरव चौधरी, सपा नेता फुरकान अहमद कुरेशी, हरेन्द्र बालियान, मधु थापा, राहुल सैनी, याक़ूब अली,  हरविंदर सिंह गोगी भाई, एडवोकेट संजय पुंडीर आदि ने भी सम्बोधित किया। रंगकर्मी सतीश धोलाखण्डी व उसके साथियों द्वारा जनगीत गाया गया। धरने के अंत मे केन्द्र सरकार का पुतला फूंक कर सरकार की नीतियों का विरोध किया गया।

ये भी पढ़ें:  चुनावों को लेकर सुरक्षा की पूरी तैयारी, DGP ने दिए ये निर्देश..

धरने में सुभाष बालियान, गुरपाल सिंह, हरजिंदर, जसबीर सिंह, उस्मान, कमल अरोड़ा, हरबंस, अनूप पाल, सरजीत सिंह, पूरण सिंह, नरेंद्र सिंह, सत्तार, जरनैल सिंह, जसवंत सिंह, परमजीत सिंह, भगवान सिंह, रणजोध सिंह, सतनाम सिंह, नईम अहमद, राजबीर, गोपाल शर्मा, राहुल सैनी, अनीस कुरेशी, महेंद्र कंबोज, मोंटी सिंह, प्रदीप बंग, त्रिलोक सिंह, प्रियांशू सक्सेना, हर्षवीर, रहमान, अजीत सिंह, हाजी अमीर हसन आदि मौजूद रहे।

Related Articles

Back to top button