

गन्ने के बकाया भुगतान को लेकर फिर धरने पर किसान

Dehradun. अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले किसानों ने गन्ने के बकाया भुगतान को लेकर प्रदर्शन किया।
गन्ने का बकाया भुगतान नहीं होने पर 16 दिसम्बर को किसान धरने पर बैठे थे। जिसके बाद सरकार ने महज 15 दिन में गन्ने का बकाया भुगतान करने का वादा किया था। लेकिन 15 दिन बीत जाने से बाद भी किसानों को गन्ने का भुगतान नहीं मिला। अब करीब 2 महीने बीतने के बावजूद किसानों को भुगतान नहीं मिल सका है। जिस कारण एक बार फिर किसान धरने पर बैठने के लिए मजबूर हुए हैं।

किसानों का अभी भी 10 करोड 72 लाख रुपया बकाया है। उमेद बोरा ने कहा कि गन्ना किसान आर्थिक संकट से जूझ रहे है जबकि सरकार किसनों से झूठे वादे कर रही है। कहा कि बकाया गन्ने का भुगतान और गन्ने के मूल्य में बढ़ोतरी की मांग को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों ने ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो वापस जाओ के नारे लगाए। किसानों ने कहा कि ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो हमेशा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भारत में किसानों को दी जाने वाली सब्सिडी का विरोध करते हैं।
क्योकि ब्राजील दुनिया में चालीस फीसदी चीनी निर्यात करता है। इसलिए वो भारत के किसानों को बर्बाद कर अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अपना दबदबा चाहता है। ऐसे किसान विरोधी राष्ट्रपति का हमारे देश में कोई कार्य नहीं है। मौके पर दलजीत सिंह, सुरेंद्र सजवाण, याकुब अली, मनोज नौटियाल, कमल अरोडा, गौरव मलहोत्रा आदि उपस्थित रहे।

