
किसान गोष्ठी में विशेषज्ञों ने अधिक पैदावार के तरीके बताए
Dehradun. अठुरवाला, बारातघर में बीज ग्राम योजना के अंतर्गत किसानों को अधिक पैदावार के तरीके बताए गए।
कृषि विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में ब्लॉक कृषि अधिकारी इंदु गोदियाल ने कहा कि किसानों को रवि फसल की बुआई से पहले अधिक पैदावार, फसलों को कीड़ों और रोगों से बचाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। जिसके बीज उपचार और फसलों को कीड़ों, रोगों से आदि बचाने के लिए जानकारी दी गई। सहायक कृषि अधिकारी डीएस असवाल ने कहा कि पर्यावरण के हिसाब से ही बीजों की बुआई करनी चाहिए। और बीज बोने वाले स्थान पर ही पौध तैयार करनी चाहिए। ऐसा करने से फसलों में कीड़े और रोग का असर कम रहता है।
असवाल ने कहा कि किसी भी फसल की बुआई से कम से कम एक माह पहले मृदा परीक्षण जरूर करवाना चाहिए। इसके लिए खेत में कुल चार या पांच जगहों से मिट्टी लेकर उसे मिलाकर आधा किलो शेष मिट्टी को लैब में भेजते हैं। मृदा परीक्षण के लिए प्रति खेत 63 रूपए का लिए जाते हैं। और किसान का मृदा कार्ड बनाया जाता है। सभासद राजेश भट्ट ने अधिक पैदावार वाली प्रजातियों में कीड़े और रोग लगने की समस्या रखी। इस अवसर पर सोहनलाल पोखरियाल, एके जुयाल, उद्यान विभाग प्रभारी नीधि थपलियाल, संदीप नेगी, शशि नेगी आदि उपस्थित रहे।