
जंगलों और जमीन को बचाने में वन पंचायत की भूमिका अहम
डोईवाला। वन पंचायत थानों की क्षेत्रीय परामर्श समिति की बैठक थानों वन विश्राम भवन में आयोजित की गई।
बैठक में क्षेत्रीय समन्वयक, क्षेत्र से चयनित से सरपंच सदस्य, परगना मजिस्ट्रेट द्वारा नामित चार सदस्य, परगना मजिस्ट्रेट द्वारा नामित अधिकारी, राजस्व निरीक्षक, वन अधिकारी द्वारा नामित सदस्य व सचिव, वन क्षेत्राधिकारी, सरपंच आदि शामिल हुए। बैठक में क्षेत्रीय समिति के कार्य और अधिकारों पर चर्चा हुई। वन पंचायत द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा के साथ ही प्रस्तावित कार्यों पर चर्चा की गई।
वन पंचायत सरपंच ने कहा कि वन पंचायत द्वारा किए जा रहे कार्यों जल संरक्षण, भूमि संरक्षण, लैंटाना उन्मूलन कार्यों से क्षेत्रीय लोगों को काफी लाभ हो रहा है। वन पंचायत की जमीन पर वनीकरण करके चेकडैम और जल संरक्षण के लिए जलकुंड को अधिक मात्रा में बनाए जाने हेतु सरकार से वन पंचायत के माध्यम से धन उपलब्ध उपलब्ध कराने हेतु मांग की गई।
सदस्य सचिव एवं वन क्षेत्राधिकारी उदय गौड ने वन पंचायत सरपंचों और सदस्यों से वनाग्नि एवं वन्य जीव सुरक्षा के लिए वन पंचायतों से सहयोग की अपील की। कहा कि वन पंचायत स्तर पर भी हर महीने दो बार बैठक की जानी चाहिए।
बैठक में अपर तलाई सरपंच बीना देवी, संगीता सरपंच सिंधवाल गांव, विनीता सरपंच धारकोट, सविता रावत सरपंच, हेमवती रावत ग्राम प्रधान, संजय सिंधवाल बीडीसी सदस्य, अनिल, आनंद, अशोक सिंह, मंगल सिंह, सुमित्रा देवी, मेहर सिंह, हरिओम, दिनेश सिंह, सरपंच केशव नेगी, वन दरोगा परमानंद भट्ट, माधव पवार, सुनील भट्ट, अशोक सिंह, राजेंद्र सिंह, अमित चौहान, रमेश सिंह आदि उपस्थित रहे।