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भानियावाला में सैनिक संस्था के 16वें राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन, राज्यपाल ने किया शुभारंभ
डोईवाला। अठूरवाला, भानियावाला में सैनिक संस्था के 16वें राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया गया।
जिसमें राज्य व देश के प्रमुख संतों व व्यक्तियों ने भाग लिया।
अधिवेशन में करीब 22 राज्यों से आए पूर्व सैनिकों, वक्ताओं व लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यपाल
गुरूमीत सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि एक सैनिक जय हिन्द के उद्घोष के साथ देश के खातिर मर-मिटता है। जिसका अर्थ
‘भारत की विजय हो’ है। इन दो शब्दों में पूरा देश समाया है। जय हिन्द का नारा हमारे अंदर देश भक्ति और देशप्रेम
जगाता है। कहा कि एक सैनिक जय हिंद के साथ ही अपने लक्ष्य को प्राप्त करता है। रिटायर्ड होने के बाद भी एक सैनिक
अनुशासन में रहकर देश की सेवा करता है। विशिष्ट अतिथि सुप्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु, शिक्षाविद और चिंतक प्रो. पवन
सिन्हा ने कहा कि राम राज्य व्यवस्था और उससे संबंधित आदर्श आज भी प्रासंगिक हैं।
उन्होंने धर्म व संस्कृति से जुड़े कई पहलूओं पर अपने विचार रखे।
बीते 12 फरवरी को दिल्ली के रामलीला मैदान में हुए जमीयत उलेमा ए हिंद के अधिवेशन के आखिरी दिन अरशद मदनी के
बयान के असहमती जताकर उन्हे मंच से शास्त्रार्थ की खुली चुनौती देने वाले आचार्य लोकेश मुनि (जैन मुनि) ने कहा कि
गलत का विरोध होना ही चाहिए। चाहे वो गलत कोई भी क्यों न हो। अगर आप गलत का विरोध नहीं करते तो आप मुर्दे के
समान हैं। सभी को मर्यादा में रहकर अपनी बात करनी चाहिए। कार्यक्रम में जैन मुनि को सुनने के लिए लोग काफी
उत्साहित दिखे। कार्यक्रम में दूसरे वक्ताओं ने भी विचार रखे। संचालन वीर चक्र प्राप्त तेजेंद्रपाल खत्री ने किया। इस अवसर
पर आयोजक मेजर एमएल असवाल, प्रदेश संयोजक बुद्धिप्रकाश शर्मा, युवा विंग प्रदेश अध्यक्ष नरेश उनियाल,
अशोक वर्मा, सेवा भारती के संजय प्रजापति, सीमा त्यागी, राकेश जोशी, वीरपाल रावत आदि उपस्थित रहे।