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राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर डोईवाला में हुई चर्चा, विशेषज्ञों ने रखे विचार

देहरादून। शिक्षक दिवस के अवसर पर जन सेवा समिति उत्तराखंड के तत्वावधान में “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020-एक परिचर्चा ” विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया एवं सेवानिवृत्त अध्यापकों एवम प्रधानाचार्यों का सम्मान किया गया।

संगोष्ठी में मुख्यअतिथि डॉ सुमेरचंद रवि, पूर्व सदस्य लोक सेवा आयोग उत्तराखंड, सुमित्रा मनवाल,अध्यक्षा -नगर पालिका डोईवाला, विशिष्ट अतिथि दिगम्बर नेगी चेयरमैन सुभाष चन्द्र अकैडमी सीनियर सैकंडरी स्कूल, बालांवाला, डॉ करनैल सिंह रंधावा पूर्व प्रोफेसर डी० बी० एस० ( पी० जी०) डिग्री कॉलेज, देहरादून, डॉ राजेश पाल, प्रोफेसर डी० ए० वी० (पी०जी०) डिग्री कॉलेज, देहरादून एवम विक्रम नेगी जिला उपाध्यक्ष, भाजपा देहरादून ने अपने सारगर्भित विचारों से राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर परिचर्चा को आगे बढाया।

मुख्य अतिथि सुमेर चन्द रवि द्वारा विभिन्न कालखण्डों में गठित किये गए शिक्षा आयोगों एवम राष्ट्रीय शिक्षा नीतियों की आवश्यकताओं व अनुसंशाओँ के सम्बंध में बताया। इस अवसर पर बोलते हुए दिगम्बर नेगी द्वारा राजकीय विद्यालयों की गुणवत्ता सुधारने के लिए जनसहभागिता की आवश्यकता पर बल दिया। ड़ॉ राजेश पाल द्वारा व्यावसायिक शिक्षा को परम्परा के नाम पर जातीय आधार पर दिए जाने को जातीय व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण का एक प्रयास करार दिया।

कार्यक्रम में पूर्व प्रधानाचार्य जे. पी. चमोला, पूर्व प्रधानाचार्य राजेन्द्र सिंह बिष्ट, पूर्व प्रधानाचार्य श्री तरुण कांत, प्रवक्ता अंग्रेजी बृजमोहन गौड़,पूर्व प्रधानाध्यापक श्री एस के सचान ड़ॉ करनैल सिंह रंधावा, डॉ सुमेर चन्द रवि नगर पालिका डोईवाला की अध्यक्षा सुमित्रा मनवाल का शॉल ओढ़ाकर जन सेवा समिति के अध्यक्ष मनीष तोपवाल एवम सचिव एडवोकेट भव्य चमोला तथा समिति के उपाध्यक्ष टॉमस सेन व समिति के सदस्यों द्वारा स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन कुलदीप सिंह सैनी प्रवक्ता गणित राजकीय इंटर कॉलेज इठारना द्वारा किया गया।

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इस कार्यक्रम में हरेंद्र बिष्ट, राजकुमार पाल, नरेंद सिंह नेगी पूर्व प्रधान व नगरपालिका डोईवाला के सभासद ईश्वर चन्द रौथाण, एडवोकेट मनीष धीमान, वेद कंडवाल, तुषार रावत आदि उपस्थित रहे।

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