हरक को ध्यान में रखकर भाजपा तय कर सकती है doiwala में अपना प्रत्याशी
Dehradun. शुक्रवार को हरक सिंह रावत के फिर से कांग्रेस का दामन थाम लेने के बाद अब राज्य की सबसे हॉट सीट डोईवाला में भी नए सियासी समीकरण पैदा हो गए हैं।
भाजपा से निष्कासन के बाद कांग्रेस में शामिल होने के बाद हरक सिंह के डोईवाला से चुनाव लड़ने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है। हरक सिंह रावत की डोईवाला सीट शुरू से ही पसंदीदा सीट रही है।
2012 विधानसभा चुनाव से पहले हरक सिंह रावत ने कांग्रेस नेता के रूप में डोईवाला से खम ठोकी थी। तब डोईवाला सीट पर भाजपा से पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और कांग्रेस से हरक सिंह दोनों ही तैयारियां कर रहे थे।
2012 विस चुनाव से पहले हरक सिंह रावत डोईवाला में कई कार्यक्रम भी आयोजत कर चुके थे। लेकिन ऐन वक्त पर वो पहाड़ चले गए थे। तब भाजपा की ओर से निशंक और कांग्रेस की तरफ से हीरा सिंह बिष्ट के बीच मुकाबला हुआ था।
अब हरक सिंह रावत के फिर से कांग्रेस में शामिल हो जाने के कारण डोईवाला सीट पर नए सियासी समीकरण पैदा हो गए हैं। यही कारण है कि डोईवाला के आसपास की सभी विस सीटों पर भाजपा ने अपने सभी प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया है।
लेकिन भाजपा ने इस सीट पर अभी तक अपने सियासी पत्ते छुपा रखे हैं। हरक सिंह के कांग्रेस का दामन थाम लेने के बाद भाजपा अब डोईवाला में अपनी नई रणनीति के साथ चुनावी मैदान में उतर सकती है। क्योकि हरक सिंह को नई सीट पर चुनावी रण जीतने में महारथ हासिल है।
ऐसे में भाजपा अपनी लगातार जीतने वाली सीट को नहीं हारना चाहेगी। वहीं हरक सिंह के कांग्रेस में जाने से पहले ही डोईवाला में कांग्रेस नेता और सर्मथकों ने सोशल मीडिया पर उनके विरोध में तूफान मचा रखा है। राज्य गठन से लेकर अब तक ये पहला मौका है जब डोईवाला में दोनों बड़ी पार्टियों की तरफ से चुनाव के ऐन वक्त तक प्रत्याशियों पर संस्पेंस बरकरार है।