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फीस वृद्धि को लेकर MBBS student ने किया Jolly Grant में रास्ता जाम
कॉलेज प्रशासन ने 144 मेडिकल स्टूडेंट को परीक्षा देने से रोका
Dehradun. हिमालयन इंस्टीट्यूट मेडिकल कॉलेज जौलीग्रांट में एमबीबीएस फाइनल ईयर स्टूडेंट ने फीस वृद्धि को लेकर प्रदर्शन करते हुए रास्ता जाम किया।
इन स्टूडेंट का आरोप है कि उनका कॉलेज प्रशासन परीक्षा से ठीक पहले उन पर 23 लाख रूपए का चेक लेने को लेकर दबाव बना रहा है। कहा कि उनका 2017 में एमबीबीएस में एडमिशन हुआ था। तब उन्होंने एक एफिडेविट दिया था कि यदि कोर्ट फीस बढाने का आदेश देता है तो स्टूडेंट बढी हुई फीस कॉलेज में जमा करा देंगे। लेकिन अब फाइनल ईयर के इग्जाम से पहले यह बोला जा रहा है कि पहले 23 लाख का चेक दो तभी इग्जाम में बैठने दिया जाएगा।
मंगलवार को उनकी परीक्षा होनी है। और वो कुल 144 स्टूडेंट हैं। जिनकी लिस्ट जारी की गई कि वो बिना फीस जमा किए परीक्षा में नहीं बैठ सकते हैं। सिर्फ चार स्टूडेंट हैं। जिन्होंने चेक दे दिए हैं। वहीं चार परीक्षा दे सकते हैं। इस संबध में दो दिन बाद कोर्ट में तारीख है।
स्टूडेंट का यह भी आरोप है कि तीन वर्ष तक उनसे पांच लाख रूपए लेकर परीक्षा में बैठने दिया गया लेकिन अब फाइनल ईयर के एग्जाम में 16 हजार परीक्षा फीस लेने के बाद 23 लाख रूपए उनसे मांगे जा रहे हैं। 2017 में एचएनबी के माध्यम से जौलीग्रांट में उनके एडमिशन हुए थे। तब उत्तराखंड के लिए 75 सीटों के लिए चार लाख फीस व प्रदेश के बाहर वाले 75 सीटों के लिए पांच लाख फीस थी।
लेकिन बाद में उत्तराखंड के स्टूडेंट की फीस पांच लाख कर दी गई। कॉलेज प्रशासन पिछले छह दिनों से नोटिस पर नोटिस दे रहा है। ऐसे में वो परीक्षा की तैयारी भी नहीं कर पा रहे हैं। कहा कि समाज को इस वक्त डॉक्टरों के साथ खड़ा होना चाहिए। खबर लिखे जाने तक मेडिकल छात्र-छात्राएं रास्ता जाम कर बैठे हुए थे।
उधर इस मामले में जॉलीग्रांट कॉलेज प्रशासन से फ़ोन पर संपर्क नहीं हो पाया। कॉलेज प्रशासन का पक्ष आने पर उसे भी प्रकाशित किया जाएगा।