उत्तराखंडदेहरादूनधर्म कर्मपर्यटनराजनीतिराज्य

“वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम”: मुख्य विकास अधिकारी ने सीमावर्ती गांवों में जनप्रतिनिधियों से किया सीधा संवाद

गौचर / चमोली। सीमावर्ती गांव क्षेत्रों के विकास के लिए संचालित वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम (जीवन्त ग्राम योजना) के तहत

मुख्य विकास अधिकारी डा.ललित नारायाण मिश्र की अगुवाई में रेखीय विभागों के अधिकारियों ने कोडिया, देवलीबगड एवं घिंघराण में जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों से सीधा संवाद किया गया।

इस दौरान सीमावर्ती ग्राम पंचायत नीती, मलारी एवं माणा गांव के विकास हेतु कार्ययोजना तैयार करने पर गहनता से चर्चा की गई और

सीमांत गांवों में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने एवं उनकी मूलभूत आवश्यकताओं तथा विकास की संभावनाओं को लेकर सभी के सुझाव लिए गए।

मुख्य विकास अधिकारी मिश्र ने सभी रेखीय विभागों को निर्देशित किया कि प्राप्त सुझावों को शामिल करते हुए सीमावर्ती गांवों के विकास के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए।

बैठक में परियोजना निदेशक आनंद सिंह का मार्गदर्शन सहित मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी वीपी मौर्य,

सीवीओ डा.प्रलयंकर नाथ, खंड विकास अधिकारी एसएस भण्डारी सहित समस्त रेखीय विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

ललिता प्रसाद लखेड़ा की रिपोर्ट

ये भी पढ़ें:  सीएम धामी की दूरदर्शी हरित नीति का परिणाम, सिटी फॉरेस्ट पार्क बना देहरादून की नई पहचान; पर्यटकों ने की एमडीडीए द्वारा दी जा रही सुविधाओं की तारीफ

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!