
मिल प्रशासन का दावा, चीनी की रिकवरी ने तोड़े सभी रिकार्ड
डोईवाला। लॉक डाउन के कारण परेशान सैकड़ों गन्ना किसानों के लिए मिल प्रशासन की तरफ से अच्छी खबर आई है।
मिल प्रशासन का कहना है कि गन्ना किसानों को 29 जनवरी तक का 6 करोड़ 94 लाख रूपए का भुगतान जारी कर दिया गया है। जिससे किसानों को लॉक डाउन में कुछ लाभ मिल सकेगा। लॉक डाउन के दौरान सभी जरूरी नियमों का पालन करवाते हुए मिल में लगातार पेराई सत्र को जारी रखा गया।
मिल प्रशासन का दावा है कि चीनी की रिकवरी ने अब तक के सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। इस बार चीनी की रिकवरी दस किलो प्रति कुंतल रही है। जबकि पिछले वर्ष तक रिकवरी 9.92 रही थी।
पिछले वर्ष से पहले भी चीनी की रिकवरी दर और कम रही थी। शनिवार को मिल प्रशासन ने इस पेराई सत्र में कुल 28 लाख 50 हजार कुंतल के साथ पेराई सत्र समाप्त करने की तैयारी कर ली है। इस बार मिल को कुल 67 गन्ना सेंटरों में से 63 गन्ना सेंटरों से गन्ना सप्लाई किया गया। जबकि पिछले वर्ष तक सिर्फ 43 के लगभग गन्ना सेंटरों से ही मिल को गन्ना सप्लाई किया जाता था।
अधिशासी निदेशक मनमोहन रावत ने कहा कि 28 लाख 50 हजार कुंतल के साथ पेराई सत्र समाप्त कर दिया गया है। इस वर्ष दस किलो रिकवरी ने सभी रिकार्ड ध्वस्त कर दिए हैं। किसानों को 6 करोड़ 94 लाख रूपए बकाया भुगतान कर जारी कर दिया गया है। बाकि भुगतान भी जल्द जारी कर दिया जाएगा।
उन्नत प्रजाति के गन्ने से रिकवरी बढाने में मिली मदद
डोईवाला। चीनी मिल डोईवाला ने किसानों से उन्नत प्रजाति के गन्ने की बुआई पर अधिक ध्यान देने को कहा। इसके लिए उन्नत प्रजाति का गन्ना मूल्य भी अधिक रखा गया। और उन्नत प्रजाति के गन्ना किसानों को पहले पर्चियां दी गई। जिससे मिल और किसान दोनों को लाभ हुआ। लॉक डाउन के कारण किसानों को एसएमएस के माध्यम से गन्ना पर्ची जारी की गई।