
डोईवाला। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 ईसवी की प्रणिता अमर शहीद वीरांगना अवंती बाई लोधी के 189वें जन्मोत्सव पर अखिल भारतीय लोधी राजपूत महासभा उत्तराखंड के प्रादेशिक कार्यालय कुड़कावाला में श्रद्धा-सुमत अर्पित किए
राजपूत महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अजय राजपूत ने कहा कि रामगढ़ साम्राज्य की महारानी वीरांगना अवंती बाई लोधी का गौरवशाली इतिहास रहा है। उन्होंने अपने पराक्रम से अनेक बार अंग्रेजी सेना को मात दी।
1857 ई0 के स्वतंत्रता संग्राम में घुमरी, रामनगर बिछिया बड़ी रियासतों से अंग्रेजों को मार भगाया। मंडला रियासत के क्रूर कमिश्नर वडिंगटन को हराकर देवहार गढ़ पर कब्जा किया। 20 मार्च 1858 को अंग्रेजी सेना से षडयंत्रकारियो के भेद के कारण अपने को घिरा हुआ पाकर अपनी तलवार से प्राणों की आहुति दे दी।
संचालन कृष्णा राजपूत ने किया। मौके पर प्रदीप कुमार लोधी, कु0 काजल लोधी, कनिष्का विजेंद्र सिंह लोधी, भारत भूषण पेले, रईस अहमद, जावेद अली, वेद प्रकाश लोधी, कमल लोधी, ज्ञान सिंह लोधी, आशा रानी, तरुण लोधी, सरदार जसवीर सिंह, आदि उपस्थित रहे।