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नहर निर्माण से पहले धार्मिक स्थलों को शिफ्ट करने को लेकर हुई बैठक

सिंचाई नहर को भूमिगत करने को लेकर हुई बैठक

डोईवाला। नहर भूमिगत करने को लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व किसानों के बीच एक बैठक का आयोजन झबरवाला में किया गया।

जिसमें किसानों व ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं से अधिकारियों को अवगत करवाते हुए कहा कि नहर की जद में आने वाले धार्मिक स्थलों को शिफ्ट किया जाना चाहिए। बीते 14 जुलाई को पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत व सिंचाई एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने सुसवा से निकलने वाली सिंचाई नहर का शिलान्यास किया था।

लगभग 6 किलोमीटर लम्बी भूमिगत नहर राजाजी नेशनल पार्क से बुल्लावाला, झबरवाला में बननी है। इस नहर के बनने से बुल्लावाला व झबरावाला के किसानों को सिंचाई पानी के साथ सड़क का भी फायदा मिलेगा। जिस कारण बैठक का आयोजन किया गया।

इस दौरान मार्खमग्रांट के पूर्व ग्राम प्रधान व अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परमिंद्र सिंह ने बताया कि नहर के किनारे आ रहे मंदिर, मजार और घराट के मसले को भी हल कर दिया गया है। नहर बनने के बाद दो बेलदारों की नियुक्ति के साथ एक रेस्ट रूम भी बनाया जाएगा। इसके साथ ही बड़ी नहर से सिंचाई गुलों का भी निर्माण किया जायेगा।

बैठक में ग्राम प्रधान अमरजीत कौर, क्षेत्र पंचायत सदस्य राजेंद्र ताडियाल, प्रताप बिष्ट, ग्राम पंचायत सदस्य आशिया परवीन, विनोद रौथाण, मंजू देवी, पदम् सिंह, रविंदर सिंह, रीना देवी, ताहिर अली, सोनू कुमार, सावित्री देवी, देव सिंह, किशन नेगी, परमदत्त बलूनी, शिव प्रसाद, गुलाब नेगी वीर सिंह पंवार, ज्योति प्रसाद भट्ट, नरेन्द्र नेगी, राकेश रतूड़ी, दुर्गादत्त, ज्ञान सिंह असवाल, मनीष नैथानी, पंकज रावत, विजेंद्र राणा आदि मौजूद रहे।

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