हसीन वादियों में मधुर संगीत के बीच “सूर्यधार झील” जनता को समर्पित

सीएम रावत ने सूर्यधार झील का लोकार्पण किया
Dehradun. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट सूर्यधार बांध का रविवार को विधिवत लोकार्पण किया।
सीएम रावत ने डोईवाला विस क्षेत्र के पहाड़ी इलाके सूर्यधार के गडूल ग्राम सभा में झील का बटन दबाकर लोकार्पण करते हुए कहा कि झील के बनने से लगभग 18 गांवों के लोगों को सिंचाई व पेयजल का ग्रेविटी का पानी उपलब्ध होगा। और अगले कई दशकों तक ये झील सिंचाई और पेयजल के लिए के काम आएगी।
इससे सूख चुके पानी के स्रोत रिचार्ज होंगे। और नलकूपों को राहत मिलेगी। जिससे नलकूपों पर खर्च होने वाली बिजली भी बचेगी। सीएम ने कहा कि सूर्यधार क्षेत्र को प्रकृति ने बहुत खूबसूरत बनाया है। इसलिए सरकार की तरफ से वर्ष में कम से कम तीन या चार दिन इस स्थान पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिसकी शुरूवात मकर सक्रांति या बसंत पंचमी से की जाएगी।
झील के बनने से ढाई गुना पानी लोगों तक पहुंच पाएगा। राज्य के लगभग सभी जिलों में ऐसी ही झील बनाई जा रही है। सौंग बांध बनने से देहरादून के लोगों को आगामी 65 वर्षो तक पेयजल मिलता रहेगा। इससे पहले मुख्यमंत्री ने थानों में दो है0 क्षेत्रफल में फॉरेस्ट विभाग द्वारा बनाए गए इको पार्क का भी शुभारंभ किया। सिंचाई विभाग के एचओडी मुकेश मोहन ने कहा कि सूर्यधार झील बनने से 1280 हे0 क्षेत्र में सिंचाई और 3550 परिवारों को पेयजल मिल सकेगा।
इस अवसर पर ओएसडी धीरेंद्र पंवार, राज्यमंत्री करण बोरा, जिलाध्यक्ष शमशेर पुण्डीर, राजकुमार पुण्डीर, जिला मीडिया प्रभारी संपूर्ण सिंह रावत, भगवान सिंह पोखरियाल, विनय कंडवाल, संदीप गुप्ता, रोहित क्षेत्री, ग्राम प्रधान धर्मपाल, पंकज बहुगुणा, अशोकराज पंवार, राजेश भट्ट, राकेश डोभाल, विनीत मनवाल, सुनील रावत, रोहित क्षेत्री, पूनम चौधरी, अनिता सेमवाल, संजीव सैनी, गीतांजलि रावत, ऊषा रावत आदि उपस्थित रहे।
सूर्यधार झील का नाम स्व0 गजेंद्र नैथानी ताऊ जी के नाम
डोईवाला। आरएसएस से जुड़कर अविवाहित रहकर देश की सेवा करने वाले क्षेत्र के स्व0 गजेंद्र नैथानी ताऊ जी के नाम पर सूर्यधार झील का नाम रखा गया है। मुख्यमंत्री ने झील के लोकार्पण से पहले स्व0 नैथानी की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया। सीएम ने कहा कि 1991 में स्व0 नैथानी को पार्टी विधायक का टिकट दे रही थी। लेकिन उन्होंने राजनीति में जाने से साफ मना कर दिया। फिर उनकी वजह से ही राजेंद्र शाह को पार्टी ने टिकट दिया था।
साइंस कॉलेज बनाना सीएम का अगला ड्रीम प्रोजेक्ट
डोईवाला। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका अगला ड्रीम प्रोजेक्ट साइंस कॉलेज बनाना होगा। 35 हे0 भूमि पर बनने वाले इस कॉलेज पर करीब 400 करोड़ का खर्च आएगा। कहा कि उनकी इच्छा है कि उच्च और बेहतर शिक्षा के लिए विद्यार्थियों को बाहर न जाना पड़े। इसलिए इसी देवभूमि से वैज्ञानिक बनाए जाएंगे। जो पूरे देश और दुनिया में प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।
कहा कि पिछले तीन वर्षो में एक रूपए में चार लाख लोगों को पेयजल कनेक्शन, अटल आयुष्मान योजना में देश के कुल 22 हजार से अधिक अस्पतालों में ईलाज और हर घर में बिजली देने का काम उनकी सरकार ने किया है।