आंगनबाड़ी में ‘पंजीरी’ बनाकर श्रमिक महिलाओं को परोसी

लॉक डाउन में श्रमिक महिलाओं ने आंगनबाड़ी में चखा पंजीरी का स्वाद
डोईवाला। बाल विकास विभाग के अधिकारियों और और विभाग से जुड़ी आंगनबाड़ी कार्यकर्तीयों ने आंगनबाड़ी में पंजीरी बनाकर श्रमिक माताओं को परोसी।
बाल विकास सुपरवाइजर रेणू लांबा के प्रयासों से इस कार्य को किया गया। सुपरवाइजर ने खुद बिचली जौलीग्रांट, पंचायत के पास आंगनबाड़ी में आंगनबाड़ी के सहयोग से घंटों की मेहनत से पंजीरी को तैयार किया।
जिसमें देशी घी, चीनी, बादाम और दूसरे ड्राई फ्रूट सहित कई दूसरी चीजें मिलाई गई। कढाई में मिक्चर को मिलाकर पंजीरी तैयार की गई। और फिर श्रमिक महिलाओं खासकर गरीब गर्भवती और धात्री महिलाओं को पंजीरी परोसी गई।

पंजीरी के साथ ही खुद के प्रयासों से सुपरवाइजर ने पिनट बजट भी गरीब महिलाओं को वितरित किया। कहा कि लॉक डाउन में गरीबों को दो वक्त की रोटी खाना भी मुश्किल हो गया है। ऐसे में यदि किसी के भी प्रयासों से गरीबों को कुछ पौष्टिक आहार दिया जा सके तो इससे महिलाओं को पोषण मिलेगा।
जौलीग्रांट से शुरू की गई इस मुहिम को कोशिश नाम दिया गया है। कई श्रमिक महिलाओं ने पंजीरी का स्वाद पहली बार चखा। इस कार्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ती लक्ष्मी कोठियाल, ऋतु, मीना, सरोज आदि उपस्थित रहे।