अब बगैर मॉस्क के ही घूमते दिख रहे हैं लोग
डोईवाला। कोरोना संक्रमण ने विकराल रूप ले लिया है। जिस कारण गांवों के गली-मोहल्लों तक संक्रमण फैल चुका है।
लेकिन लगता है कि अब लोगों में कोरोना का खतरा कम हो गया है। इसलिए अब पहले की तुलना में लोग कम मॉस्क लगाए दिखाई दे रहे हैं।
जिन लोगों ने मुंह में मॉस्क लगाया भी है। उनमें से भी काफी लोगों का मॉस्क नाक से नीचे खिसका हुआ दिखाई देता है। मतलब कि अब लोग मॉस्क लगाने को परेशानी समझने लगे हैं। इसलिए काफी लोग या तो मॉस्क लगा नहीं रहे हैं या फिर मुंह और नाक को मॉस्क से कवर नहीं कर रहे हैं। जबकि अब कोरोना आसपास के क्षेत्र तक पहुंच चुका है।
मार्च के आखिर में जब कोरोना का संक्रमण शुरू हुआ था तो लोग घरों में कैद रहे। और बाहर निकलने पर भी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन कर रहे थे। लेकिन अब वर्तमान में कोरोना का खतरा बढा तो जरूरी उपाय और अधिक करने के बजाय लोग सुबह और शाम आराम से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए बगैर सड़कों और गलियों में घूम रहे हैं।
जिस कारण लोगों में कोरोना संक्रमण का खतरा पहले के मुकाबले काफी बढ गया है। स्थिति ये है कि लोग कोरोना से तो नहीं डर रहे हैं लेकिन कोरोना संक्रमण व्यक्ति को कोस रहे हैं। और अपने मन में संक्रमितों के प्रति एक घृणा जैसा भाव पैदा कर रहे हैं।