Dehradun. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी सात अक्टूबर को देहरादून (जौलीग्रांट एयरपोर्ट) के नए टर्मिनल का उद्घाटन करने आ सकते हैं।
हांलाकि इसकी अभी एयरपोर्ट प्रशासन ने पुष्टि नहीं की है। लेकिन जिस तरह नए टर्मिनल के उद्घाटन की तारीख को आगे बढाया जा रहा है। उससे साफ है कि किसी बड़े नेता के हाथों ही इस नए टर्मिनल का उद्घाटन किया जाएगा। जौलीग्रांट एयरपोर्ट के इतिहास में ये चौथा टर्मिनल होगा। 1980 के दशक में बिरला ने एयरपोर्ट के चोरपुलिया की तरफ एक छोटे से टर्मिनल का निर्माण करवाया था। उस वक्त कभी-कभार ही विमान और फ्लाइट यहां आती थी। लेकिन उत्तराखंड बनने के बाद 2007 में एयरपोर्ट का विस्तार किया गया। और तब वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर रानीपोखरी से भानियावाला आ रहे पुराने बंद हो चुके मुख्य मार्ग के किनारे एक टर्मिनल बनाया गया था। उस वक्त किंगफिशर की मात्र दो उड़ानें ही प्रतिदिन एयरपोर्ट आती थी।
लेकिन फ्लाइटों की बढती संख्या के बाद वर्तमान में संचालित किए जा रहे नए टर्मिनल को करीब 43 करोड़ की लागत से बनाया गया। अब यह टर्मिनल भी फ्लाइटों और हवाई पैसेंजरों की बढती संख्या के कारण कम पड़ने लगा है। जिस कारण इसी टर्मिनल के पास लगभग साढे चार सौ करोड़ की लागत से चौथे नए टर्मिनल को बनाया गया है। जो बनकर पूरी तरह तैयार हो चुका है। और इसी टर्मिनल का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री आगामी सात अक्टूबर को जौलीग्रांट आ सकते हैं। पहले इस भव्य टर्मिनल का उद्घाटन 15 अगस्त को किया जाना था। लेकिन अब दूसरी तारीख सात अक्टूबर तय की गई है। उधर एयरपोर्ट निदेशक प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन आगामी सात अक्टूबर को किए जाने की संभावनाएं हैं। कहा कि तारीख आगे-पीछे भी हो सकती है।
नए टर्मिनल में दिखेगी उत्तराखंड संस्कृति की झलक
डोईवाला। एयरपोर्ट के नए टर्मिनल में उत्तराखंड के राज्य पुष्प ब्रह्मकमल की झलक देखने को मिलेगी। दून एयरपोर्ट के इस नए भवन को इस तरह से डिजाइन किया गया है जिससे यहां आने वाले यात्रियों और अन्य लोगों को उत्तराखंड की संस्कृति और विरासत की झलक देखने को मिल सके। यहां जो कॉलम बने हैं वो उत्तराखंड के राज्य पुष्प ब्रह्मकमल से प्रेरित हैं। नई टर्मिनल बिल्डिंग पीक ऑवर्स के दौरान 1800 यात्रियों को संभालने में सक्षम रहेगी। 42,776 वर्ग मीटर के क्षेत्र में नए टर्मिनल भवन में एक समतल, चेक-इन क्षेत्र, सुरक्षा पकड़ और भूतल पर आगमन लाउंज होगा। इस मेजेनाइन फ्लोर पर विभिन्न कार्यालयों भी हैं। चेक-इन काउंटर और चार एयरोब्रिज से लैस नए टर्मिनल में सेल्फ-चेक-इन कियोस्क और इन-लाइन बैगेज स्क्रीनिंग जैसी सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी।
रेन वॉटर हार्वेस्टिंग पर भी दिया गया ध्यान
टर्मिनल भवन की डिजाइन ऊंचाई, निर्माण और संचालन की लागत को कम करने के लिए बेहतर ढंग से किया गया है। नए भवन में रेन वाटर हार्वेस्टिंग, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, सौर ऊर्जा प्रणाली, जैसी अन्य चीजों के लिए डबल-कर्व्ड रूफ जैसी ईको-फ्रेंडली टिकाऊ विशेषताएं भी इस टर्मिनल में होगी। मौजूदा टर्मिनल से परिचालन के लिए सभी चीजों को नई टर्मिनल बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाएगा।