सामुदायिक स्वास्थ केंद्र को फिर से किया जाए सरकारी
डोईवाला। विभिन्न समस्याओं को लेकर राज्य आंदोलनकारियों ने आंदोलनकारी नेता और पूर्व राज्य मंत्री मनीष नागपाल के नेतृत्व में विभिन्न मुद्दों को उठाया।
पूर्व राज्य मंत्री ने कहा कि डोईवाला के सौंग, सुसुवा, जाखन नदी, गढ़वाल मंडल विकास निगम व वन विकास निगम का खनन कार्य कुछ वर्षों से नहीं हो रहा है। जिस कारण इस क्षेत्र में भारी मात्रा में अवैध खनन किया जा रहा है। नदियों में 30 से 40 फीट गहरे गड्ढे होने से नदियों से पानी गायब हो गया है। ग्राम सभा की जमीन से भी अवैध खनन किया जा रहा है।
कहा कि खनन पट्टों व स्क्रीनिंग प्लांट स्वामियों से सरकारी वन संपदा के नुकसान की भरपाई के लिए रिकवरी की जाए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को निजी हाथों से हटाकर पुनः सरकारी डॉक्टरों की नियुक्ति कर अस्पताल का संचालन करवाकर निशुल्क दवाइयों की व्यवस्था भी कराई जाए। अस्पताल को निजी हाथों में देने से अस्पताल रेफर सेंटर बनकर रह गया है।
प्रशासन को दिए ज्ञापन में कहा कि थानों न्याय पंचायत में विभिन्न गांव आज भी पक्की सड़क से नहीं जुड़ पाए हैं। शुगर मिल का आधुनिकीकरण और नवीनीकरण किया जाए। गन्ने का रेट शुगर मिल की पेराई सत्र से पहले ही घोषित कर रेट कम से कम 450 रू प्रति कुंटल किया जाए।
स्थानीय किसानों को कृषि व उद्यान विभाग से उच्च क्वालिटी के हाइब्रिड बीज समय से उपलब्ध कराए जाएं। प्रदर्शन के दौरान वीरेंद्र सिंह, महेश जोशी ,पीयूष गॉड , सुनील सैनी, विजय कुमार, सुशील बगासी, शुभम शर्मा ,अजय सैनी नवनीत, गौतम, दीपक, हरकिशन सिंह, धीरेंद्र परमार, ट्विंकल आदि मौजूद रहे।