
30 लाख कुंतल पेराई लक्ष्य के साथ चीनी मिल के सत्र का शुभारंभ
डोईवाला। डोईवाला शुगर मिल के 2019-20 के पेराई सत्र का मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत शुभारंभ किया गया।
प्रभारी मंत्री यशपाल आर्य ने पूजा-अर्चना और हवन आदि के बाद क्रेन का बटन दबाकर पेराई सत्र का शुभारंभ किया। और मिल में सबसे पहले गन्ना लेकर पहुंचे कुडकावाला के किसान श्यामलाल और विनोद कुमार को कंबल और पारितोषिक देकर सम्मानित किया। आर्य ने शुभारंभ के मौके पर कहा कि डोईवाला शुगर मिल के आधुनिकीकरण के प्रयास किए जा रहे हैं जल्द ही शुगर मिल की आय बढ़ाने के लिए मिल परिसर में एथनॉल प्लांट की स्थापना की जाएगी। कहा कि चीनी मिल की रिकवरी अच्छी होगी तो मिल की आय में बढ़ोतरी होगी। केंद्र द्वारा निर्यात पर दी जाने वाली सब्सिडी से किसानों के बकाया भुगतान किए जाएंगे। और बाकि धनराशि पेराई सत्र के दौरान किसानों को दे दी जाएगी। जल्द गन्ने का समर्थन मूल्य भी घोषित किया जाएगा। पेराई सत्र के दौरान राजनीति नहीं होनी चाहिए थी कर्मचारियों को अपनी ड्यूटी और कार्य पर ध्यान देना चाहिए।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि उनकी एमडी चंद्रेश यादव से बातचीत हुई है जल्द गन्ने का बकाया भुगतान कर दिया जाएगा। कर्मचारियों के रूके वेतन के बारे में कहा कि वेतन दिया जा चुका है। लेकिन पता नहीं क्यों फिर भी कर्मचारी धरने पर बैठे हुए हैं। डोईवाला में एथनॉल प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यूपी के गन्ना समर्थन मूल्य घोषित होने के बाद उत्तराखंड में भी समर्थन मूल्य घोषित कर दिया जाएगा। पेराई सत्र के शुभारंभ के मौके पर अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि 30 लाख कुंटल पेराई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। और 88 प्रतिशत गन्ना मूल्य भुगतान कर दिया गया है।
इस अवसर पर एसडीएम लक्ष्मीराज चौहान, तहसीलदार शूरवीर सिंह राणा, पदम दत्त नौटियाल, गन्ना एवं चीनी विकास उद्योग बोर्ड अध्यक्ष भगतराम कोठारी, ओएसडी धीरेंद्र पंवार, मुख्य अभियंता आरके शर्मा, अशोक गर्ग, ओएसडी धीरेंद्र पवार, करण वोहरा, दरपन बोरा, लच्छीराम लोधी, सुशील जायसवाल, विजय पाल सिंह, तेजेंद्र सिंह, अरविंद शर्मा, भूपेंद्र सिंह रावत आदि उपस्थित रहे।
पंडाल में खाली रही कुर्सियां
डोईवाला चीनी मिल को डोईवाला गन्ना समिति के पांच क्रय केंद्रों, देहरादून समिति के 19, रूडकी के 23, ज्वालापुर के 6, पांवटा के 4 क्रय केंद्रों से गन्ने की आपूर्ति की जाएगी। और किसानों को उन्नत बीजों की बुआई के लिए प्रेरित किया जाएगा। उधर किसानों के धरने-प्रदर्शन में शामिल होने के कारण कार्यक्रम में अधिकांश कुर्सियां खाली रही। चीनी मिल द्वारा पेराई सत्र का शुभारंभ तो कर दिया गया। लेकिन गन्ने की कमी के कारण सुचारू पेराई शुरू नहीं हो पाई।
मिल गेट पर मुख्यमंत्री मुर्दाबाद के नारे लगे
यशपाल आर्य के चीनी मिल गेट पर पहुंचते ही धरने पर बैठे कांग्रेस, एनएसयूआई कार्यकर्ताओं और किसान नेताओं ने चीनी मिल कर्मचारियों के रुके हुए वेतन और गन्ने के बकाया भुगतान को लेकर चीनी मिल गेट पर जबरदस्त नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों ने यशपाल आर्य को काले झंडे भी दिखाने की कोशिश की और हाथ में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से काली पट्टी छीन ली। मुख्यमंत्री मुर्दाबाद, और मुख्यमंत्री इस्तीफा दो के नारे लगाए गए। राजीव गांधी पंचायत राज संगठन के संयोजक मोहित उनियाल ने कहा कि बिना गन्ना समर्थन मूल्य के ही चीनी मिल का पेराई सत्र शुरू किया जा रहा है। गन्ना किसानों का 10 करोड से ज्यादा का बकाया भुगतान बाकी है। कर्मचारियों को कई माह का वेतन नहीं मिला है। प्रदर्शन करने वालों में मनीष यादव, राहुल सैनी, मनोज नोटियाल, सागर मनवाल, उमेद वोहरा, गौरव मल्होत्रा, स्वतंत्र बिष्ट आदि शामिल रहे।