एयरपोर्ट पर काम कर रहे दर्जनों मजदूरों को काम से निकाला

काम न मिलने से कमरे में कैद हुए दर्जनों मजदूर
Dehradun. नए एयरपोर्ट टर्मिनल निर्माण में लगे हुए दर्जनों मजदूरों को कंपनी के अधिकारियों ने काम से निकाल दिया है।
जिस कारण दर्जनों मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर साढे चार सौ करोड़ लगभग की लागत से भव्य टर्मिनल का निर्माण किया जा रहा है।
जिसमें सैकड़ों मजदूर काम कर रहे हैं। मजदूरों का कहना है कि उन्हे बिना वजह काम से निकाल दिया गया है। वर्तमान में ये सभी मजदूर कमरों में कैद हैं। इन मजदूरों का कहना है कि कंपनी के अधिकारियों ने उनसे कहा है कि अब उनकी जरूरत नहीं है। इसलिए जैसे ही ट्रेन आदि की व्यवस्था होती है तो उन्हे अपने घर लौट जाना चाहिए।
ये सभी मजदूर बिहार और दूसरे राज्यों के हैं। एयरपोर्ट पर आलूवालिया और ओमेघा नाम की कंपनी नए टर्मिनल को बना रही हैं। जिसमें काफी संख्या में मजदूर काम करते हैं। काम छिन जाने से मजदूरों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। और कंपनी के अधिकारी मजदूरों की कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं। उधर प्रोजेक्ट मैनेजर ललित मिश्रा ने कहा कि उन्होंने किसी को काम से नहीं निकाला है। मजदूरों ने खुद ही हड़ताल की है।
मजदूरों का पूरा हिसाब कर दिया गया है। जैसे ही मजदूरों की घर वापसी की कोई व्यवस्था होती है। उन्हे घर भेज दिया जाएगा। उनकी तरफ से कहीं भी कोई फॉल्ट नहीं है। जबकि मजदूरों ने घर जाने से साफ मना करते हुए काम दिए जाने की मांग की है।