देहरादून। लालतप्पड़ और डोईवाला पुलिस की तुरंत कार्रवाई से दो बच्चियों की जिदंगी बच गई।
पुलिस ने न सिर्फ साढे तीन घंटे में दोनों बच्चियों को बरामद कर लिया। बल्कि इस घटना के मुख्य आरोपी को भी पकड़ने में सफलता पाई है। बीते बृहस्पतिवार को लालतप्पड़ स्थित साई मंदिर के पास से एक 13 वर्ष व एक 10 बर्ष की दो बच्चियां गायब हो गई थी। जब दोनों बच्चियां घर नहीं पहुंची। तो उनके मां-बाप लालतप्पड़ चौकी पहुंचे।
और बताया कि उनकी दोनों बच्चियां भंडारे में गई थी। जो कई घंटे बीतने पर भी घर नहीं पहुंची हैं। पुलिस ने डोईवाला कोतवाली में मामला दर्ज कर तुरंत अपना जान बिछाया।
पुलिस को पता चला कि एक व्यक्ति दो बच्चियों को जबरन बाइक पर बिठाकर लालतप्पड़ से नेपालीफार्म की तरह जा रहा था। जिसके बाद पुलिस की टीमों ने चारों तरफ मोर्चा संभाल लिया।
लालतप्पड़ चौकी इंचार्ज विकेंद्र कुमार चौधरी खुद बच्चियों के मां-बाप को अपनी गाड़ी में बिठाकर नेपालीफार्म की तरफ रवाना हुए। इस दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि हरिद्वार-ऋषिकेश मार्ग पर एक व्यक्ति दो बच्चियों को बिछाकर ऋषिकेश की तरफ जा रहा है।
श्यामपुर फाटक के पास पुलिस के साथ कार में बैठे बच्चियों के माता-पिता ने उस व्यक्ति के साथ बाइक पर बैठी अपने बच्चियों को पहचान लिया। जिसके बाद पुलिस ने बिना देरी किए उस व्यक्ति को घेरकर दबोच लिया।
और दोनों बच्चियों को सकुशल बरामद कर लिया। पकड़ा गया आरोपी दोनों बच्चियों को कपड़े दिलवाने, खाने-पीने और अन्य चीजों का लालच देकर बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया था। पुलिस के अनुसार वो दोनों बच्चियों को बेचने की फिराक में था।
जिससे पहले पुलिस ने घटना के साढे तीन घंटे के भीतर ही उसे दबोच लिया। दोनों नाबालिक लड़कियों के माता-पिता लालतप्पड़ में ही एक संस्थान में मजदूरी करते हैं। और वो संस्थान के क्वाटर में रहते हैं।
कुछ समय पहले ही शीशमझाड़ी मे लिया था किराए पर कमरा
Dehradun. पकड़े गए आरोपी का नाम राजकुमार (35) पुत्र काशी मेहतो निवासी खीरी, मंगोलपुर मेहमदपुर जिला गोपालगंज बिहार बताया गया है। जिससे पुलिस पुछताछ कर रही है। लेकिन आरोपी बेहद शातिर किस्म का है। जो अपनी बातों से पुलिस को उलझाने की कोशिश कर रहा है। उसने 8-10 दिन पहले ही शीशमझाड़ी ऋषिकेश में किराए पर कमरा लिया था।