जनसंख्या विस्फोट से संसाधनों पर जबरदस्त दबाव, सख्त कानून की जरूरत
डोईवाला। जन सेवा समिति उत्तराखंड के तत्वावधान में विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर भारत में जनसंख्या नियंत्रण की आवश्यकता विषय पर दून पब्लिक स्कूल भानियावाला में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर चेयरमैन सुभाषचंद्र बोस अकादमी बालावाला दिगम्बर सिंह नेगी द्वारा जनसंख्या नियंत्रण को कानून बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
कार्यक्रम में बोलते हुए विभिन्न वक्ताओं द्वारा भारत में बढ़ती हुई जनसँख्या के नियंत्रण हेतु जनजागरूकता, सर्व सुलभ शिक्षा एवं एक सख्त कानून की पैरवी की गई। वक्ताओं ने कहा कि अन्य प्राणियों की तुलना में मनुष्य जाति ने पृथ्वी के पर्यावरण को सर्वाधिक नुकसान पहुंचाया है। मनुष्य की अनियंत्रित ढंग से बढ़ती जनसंख्या पृथ्वी के उपलब्ध संसाधनों पर जबरदस्त दबाव पैदा कर चुकी है। मनीष तोपवाल द्वारा कहा गया कि भारत की बढ़ती आबादी पर्यावरण संतुलन एवं विकास के दृष्टिकोण से एक गम्भीर चुनौती है।
देश को जनसँख्या नियंत्रण कानून के साथ साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की व्यवस्था कर इस दिशा में जागरुकता पैदा करनी होगी। सरदार भगवान सिंह विश्वविद्यालय के सीनियर लैब टेक्नीशियन सरदार प्रीतपाल सिंह द्वारा जनसँख्या नियंत्रण हेतु जनजागरूकता के साथ साथ अनिवार्य एवम सार्वभौमिक शिक्षा की आवश्यकता पर बल दिया गया। क्रिश्चियन वैलफेयर समति के अध्यक्ष टॉमस सेन द्वारा कहा गया कि भारत जैसे विकासशील देश में जनसँख्या नियंत्रण सामाजिक व राजनैतिक दोनों स्तरों पर एक चुनौतीपूर्ण कार्य है।
जनसेवा समिति के सचिव एडवोकेट भव्यदीप चमोला द्वारा कहा गया कि जनसँख्या कि भविष्य में दुनिया में उपलब्ध भौतिक संसाधन बढ़ती मानव आबादी की आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए पर्याप्त होंगे? इसलिये बढ़ती आबादी पर प्रभावी नियंत्रण हेतु तुरन्त निर्णय लेने की आवश्यकता है।
ट्रेड यूनियन के नेता व सामाजिक कार्यकर्ता अश्विनी त्यागी द्वारा कहा गया कि द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात दुनिया के विभिन्न देशों में विकास के असंतुलन ने देशों में जनसँख्या वृद्धि की दर में भी असन्तुलन पैदा कर दिया। मनीष धीमान द्वारा जनसँख्या नियंत्रण हेतु प्रभावी कानूनी विधान के सम्भव होने की बात कही गयी। उन्होंने कहा कि कानूनी विधान द्वारा दो बच्चों की नीति को लागू किया जा सकता है । जिसके लिए प्रोत्साहन व दंडात्मक दोनों विधान सम्भव हैं।
इस अवसर पर बोलते हुए डोईवाला नगर पालिका के सभासद ईश्वर सिंह रौथाण द्वारा जनसँख्या नियंत्रण हेतु जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाने की बात कही गयी। उन्होंने कहा कि जनसँख्या नियंत्रण कानून सभी धर्मों-जातियों पर समान रूप से लागू होगा। इसलिए यह कोई विभेदकारी कानून न होकर एक प्रगतिशील कानून होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता वीएन गिरी द्वारा और संचालन प्रवक्ता कुलदीप सिंह द्वारा किया गया।
इस अवसर पर कैलाश राज नेगी, विपिन राणा, नागेंद्र सिंह चौहान, प्रीतपाल सिंह सैनी, प्रदीप बडोनी, सेवा निवृत्त सूबेदार मेजर श्री प्रमोद सिंह बिष्ट, टॉमस सेन, जेम्स रॉबर्ट मैसी, विजय बख्शी, वेद प्रकाश कंडवाल, कुशलानन्द भट्ट, विपिन भट्ट, महिपाल सिंह रावत, प्रदीप बडोनी, जावेद हुसैन, राजकुमार अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।