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नागरिकता संशोधन कानून के पक्ष में थे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह

कांग्रेस चाहती थी कि इस मामले में कानून बने, फिर अब विरोध क्यों

Dehradun. भाजपाईयों ने नागरिकता संशोधन कानून को देश व हिंदू शरणार्थियों के हित में बताते हुए कांग्रेस और सांप्रदायिक ताकतों के विरोध को गलत ठहराया।

जौलीग्रांट चौक पर भाजपायुमो व स्थानीय युवकों द्वारा फ्लैग मार्च निकालकर एक सभा की गई। जिसमें जिला मीडिया प्रमुख संपूर्ण सिंह रावत ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून 2019 ऐतिहासिक गलतियों को सुधारने वाला बिल है। इस बिल से पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफगानिस्तान के पीड़ित अल्पसंख्यकों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी। लेकिन कांग्रेस सहित तमाम सांप्रदायिक ताकतें इस बिल को मुश्लिम विरोधी बताकर दंगे भड़का रही हैं।

जबकि इस बिल का देश में रह रहे मुसलमानों से कोई संबध नहीं है। ये बिल नागरिकता देने का बिल है। इसमें किसी भी देशवासी की नागरिकता छिनने का कोई प्रावधान ही नहीं है।

कहा कि 16 वर्ष पूर्व 18 दिसंबर 2003 को खुद मनमोहन सिंह ने राज्यसभा में तत्कालीन उपप्रधानमंत्री एलके आडवानी से कहा था कि बांग्लादेश जैसे देशों में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहे हैं। इसलिए शरण लेने आ रहे वहां के अल्पसंख्यकों पर सरकार का रूख नरम होना चाहिए। वर्तमान केंद्र सरकार ने एक तरह से कांग्रेस की 16 साल पूरानी मांग को ही पूरा करने का कार्य किया है। फिर कांग्रेस अब किस आधार पर नागरिकता संशोधन कानून को गलत कह रही है।

महिला मोर्चा जिला मंत्री ममता नयाल ने भाजपा का रूख इस मामले में कड़ा है। किसी भी हालत में इस बिल से पीछे नहीं हटा जाएगा। पूरा देश मोदी के साथ खड़ा है। और दंगा भड़काने वाले लोगों पर और कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। संदीप नेगी और भारतमनचंदा ने भी विचार रखे। मौके पर राजेंद्र सजवान, नितिन पवार, वैभव पाल, जसपाल, मोहित धीमान, रोहित, गोल्डी, दिनेश तोपवाल, अभिराज डोभाल, राकेश, राहुल सैनी, रविंदर, आशीष, सावन आदि उपस्थित रहे।

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