शराब ठेके खुलने से संक्रमण का खतरा बढ़ा, उड़ी नियमों की धज्जियां
शराब ठेकों में उमड़ी भारी भीड़ से सोशल डिस्टेंसिंग हुई तार-तार
लॉक डाउन तीन के पहले ही दिन नियमों की उड़ी धज्जियां
डोईवाला। लॉक डाउन तीन के पहले दिन खोले गए शराब ठेकों के कारण सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ गई।
ठेका संचालकों ने तो पहले ही दिन खूब माल कमा लिया। लेकिन पुलिस और लोगों के लिए एक नई परेशानी खड़ी कर दी है। ठेके खुलने की खबर से लोग सुबह तड़के ही लाइनों में लग गए। लालतप्पड़ में ठेके के सामने शराब खरीदने को सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। दोनों लाइनें कहां खत्म हो रही हैं, कुछ दिखाई ही नहीं दे रहा था।
लोग लाइनों में एक दूसरे से चिपके हुए थे। जिससे सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ गई। डोईवाला में भी कुछ ऐसी ही स्थिति थी। ठेका संचालकों का ध्यान सोशल डिस्टेंसिंग पर नहीं सिर्फ ध्यान सिर्फ पैसे कमाने पर था।
कहीं पर भी किसी ठेका संचालक ने सोशल डिस्टेंसिंग के लिए कोई आदमी खड़े नहीं किए थे। सूचना पाकर डोईवाला कोतवाल प्रदीप बिष्ट ने खुद मोर्चा संभाला और दोनों ठेके के सामने भीड़ को खदेड़ा। पुलिस बार-बार लोगों से कहती रही कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उचित दूर बनाएं।
लेकिन पुलिस के जाते ही फिर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। रानीपोखरी ठेका शाम तक नहीं खोला गया था। फिर भी ठेके के पास खड़े पुलिस के जवान मुश्तैदी से अपनी ड्यूटी करते पाए गए।
कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ा
डोईवाला। लोगों ने शराब के ठेकों से जमकर शराब खरीदी। काफी लोग कई-कई बोतलें, अध्धे और पव्वे ले जाते देखे गए। लॉक डाउन तीन के पहले ही दिन जिस तरह से लोगों को शराब के लिए जमावड़ा लगा। उससे संक्रमण का खतरा काफी बढ गया है। ऐसी भीड़ में यदि एक भी संक्रमित हुआ तो वो सैकड़ों लोगों को संक्रमित कर सकता है। यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो शराब के ठेके ही संक्रमण का सबसे बड़ा केंद्र बन जाएंगे।