गौचर / चमोली। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों का जीवन स्तर बेहतर बनाने को लेकर स्टार्टअप ग्राम उद्यमिता कार्यक्रम के अन्तर्गत गुरूवार को
मुख्य विकास अधिकारी डॉ ललित नारायण मिश्र की अध्यक्षता में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
विकास भवन सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा चिन्हित विकासखंड जोशीमठ में उद्यमिता
विकास के लिए सभी विभागों को आवश्यक सहयोग करने हेतु निर्देशित किया गया।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि स्टार्टअप ग्राम उद्यमिता कार्यक्रम को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका के तहत शुरू किया गया है.
और एनआरएलएम की ही एक उप योजना है। इसका उदेश्य गांव में शुरू उद्यमों को आगे ले जाना है। उन्होंने सभी संबधित विभागों को
निर्देशित किया कि ग्रामीण उद्यमिता कार्यक्रम में बेहतर समन्वय के साथ मिलकर कार्य करें। उन्होंने निर्देशित किया कि ग्रामीण उद्यमों में
तैयार उत्पादों की गुणवत्ता के साथ ब्रान्डिंग, पैकेजिंग करते हुए उत्पादों को ई-मार्केट से
जोड़ा जाए। ताकि उद्यमिता विकास के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आजीविका सुदृढ हो सके।
भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के प्रबंधक चंद्रजीत सिंह ने कहा कि स्टार्टअम ग्रामीण उद्यमिता कार्यक्रम ग्रामीण विकास
मन्त्रालय की गैर-कृषि आधारित उद्यम प्रोत्साहन की उपयोजना है। ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा चिन्हित ब्लाक जोशीमठ में अगले
4 वर्षो तक इस योजना का क्रियान्वयन भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद द्वारा किया जाएगा। इन 4 वर्षो में जोशीमठ
ब्लॉक में 1421 नैनों उद्यमों की स्थापना की जाएगी। जिसके लिए ब्लॉक रिर्सोस सेन्टर का गठन कर लिया गया है। कार्यशाला में
एसईवीपी गाइडलाइन तथा डीपीआर का विमोचन भी किया गया।
कार्यशाला में परियोजना निदेशक आनन्द सिंह, लीड बैंक अधिकारी प्रताप सिंह राणा सहित
सभी रेखीय विभागों केअधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, ब्लॉक मिशन प्रबंधक आदि मौजूद थे।
ललिता प्रसाद लखेड़ा
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