Dehradun. जौलीग्रांट कोठारी मोहल्ला के शिव मंदिर में शिव महापुराण कथा का शुभारंभ किया गया मोहल्ला में भव्य कलश निकाली गई।
17 से 27 जुलाई तक कोठारी मोहल्ले में शिव महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। सावन माह के मौके पर कोठारी मोहल्ले में शिवमहापुराण कथा आयोजित की गई है। कथा प्रारंभ होने से पहले कलश यात्रा निकाली गई। मातृशक्ति ने सिर पर मंगल कलश धारण किए।
भक्तों ने शिव महापुराण की पोथी को सिर पर धारण कर ओम नमः शिवाय का जाप किया। कथा वाचक विजेंद्र तिवाड़ी ने सृष्टि की उत्पत्ति और शिवजी के पूजन की विधि के बारे में बताया। कहा कि जब सृष्टि पर घनघौर, पाप, अत्याचार बढ़ जाते हैं तो भगवान अनेकानेक रूपों में अवतीर्ण होकर अत्याचार, पापाचार, अनाचार का अंत करते हैं।
श्री शिव पुराण के अनुसार भगवान श्री शिव के दाएं अंग से ब्रह्मा व वाम अंग से भगवान विष्णु की उत्पत्ति हुई। विष्णु भगवान की उत्पत्ति अमृत द्वारा होने से उनके शरीर से सहस्त्र धारा निकलती है।
प्रथम दिन कथावाचक ने कहा कि शिव महापुराण कथा श्रवण करने पर दुख से मुक्ति, जीवन जीने की युक्ति, शक्ति और प्रभु की भक्ति प्राप्त होती है। जो जीवात्मा भगवान के सम्मुख रहता है, नाम जप करता है, वह सभी पापों से मुक्त हो जाता है।
शिव आराधना से ज्ञान, वैराग्य, क्षमा एवं भक्ति की प्राप्ति होती है। शिव की कृपा से ही सत्संग की समृद्धि मिलती है। कहा कि जिस घर में शिव पुराण की कथा होती है वह घर तीर्थ के समान पवित्र हो जाता है। मनुष्यों के पाप नष्ट हो जाते हैं।
शिव कथा श्रवण करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि जहां शिवलिंग की प्राण-प्रतिष्ठा हो जाती है वहां पर शिव का निवास हो जाता है। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष पंडित रोशनलाल कोठियाल, मनीष मैथानी, सभासद राजेश भट्ट, विक्रम सिंह, दामोदर सेमल्टी, राकेश डोभाल, बलवंत सिंह नेगी,