गौचर। 8 वीं वाहिनी भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल गौचर ने बल का स्थापना दिवस समारोह यहां अपने परिसर में हर्षोल्लास के साथ मनाया।
वाहिनी के सेनानी हफीजुल्लाह सिद्धिकी के कुशल नेतृत्व एवं निर्देशन में आईटीबीपी बल के 61 वें स्थापना दिवस को अधिकारियों, जवानों व परिजनों द्वारा धूमधाम के साथ मनाया गया।
इस मौके पर आईटीबीपी परिवार के बच्चों के शारीरिक विकास के लिऐ जलेबी दौड़ आदि की प्रतियोगिता तथा जवानों के मध्य बोरा दौड़ का आयोजन किया गया।
तथा प्राकृतिक आपदाओं से बचाव एवं सेहत से संबंधित व पर्वतारोही उपकरणों के प्रति जागरूकता हेतु प्रदर्शनी व स्टाल लगाये गये।
मुख्य अतिथि द्वारा प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया तथा दीपावली के मध्यनजर मुजफ्फर नसीमा ने फुलझड़ी जलाकर दीपोत्सव को हर्षोल्लास के साथ मनाया और मिष्ठान वितरण किया गया।
वाहिनी के सेनानी हफीजुल्लाह सिद्धिकी ने कहा कि इस बल का गठन भारत चीन युद्ध 1962 में किया गया था। इस बल के अधिकारियों एवं जवानों की कर्तव्यनिष्ठा के परिणाम स्वरूप बल ने अपनी 60 वर्ष की आयु के दौरान महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की है।
जिसके चलते बल देश के प्रमुख अर्धसैनिक बलों में अपना विशेष स्थान रखता है।आज के परिप्रेक्ष्य में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवान अंतरराष्ट्रीय सीमा सुरक्षा और देश की शांति व्यवस्था के लिऐ ना सिर्फ दिन रात सीमा पर मुस्तैद रहते हैं बल्कि किसी भी आपदा और संकठ के समय में भी बचाव व राहत कार्यों के लिऐ सदैव तत्पर रहते हैं जिस पर वाहिनी को गर्व है।
सेनानी ने कहा कि हमें अति गर्व है कि सीमाओं की चौकसी के अलावा 8 वीं वाहिनी के जवानों के द्वारा हजारों श्रद्धालुओं को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा व सहायता के लिऐ तत्पर रहते हैं।