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कोरोना के डर से अपनों ने किया किनारा तो हिमालयन अस्पताल बना सहारा

कोरोना मृतका का हिमालयन प्रशासन ने कराया अंतिम संस्कार

डोईवाला। जौलीग्रांट, कोठारी मोहल्ले निवासी एक कोरोना मृतका का हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट प्रशासन द्वारा अंतिम संस्कार करवाया गया।

कोरोना माहमारी रिश्तों की भी परीक्षा ले रही है। एक नहीं कई ऐसे उदाहरण हैं जब कोविड से मारे गए अपनों को अपनों का ही सहारा नहीं मिला। तब दूसरे मददगार बनें।  नगर पालिका डोईवाला वार्ड संख्या पांच जौलीग्रांट में विजयलक्ष्मी (62) पत्नी हरदेव की कोरोना संक्रमण के चलते मंगलवार सुबह तड़के मौत हो गई। जिसके बाद उनके परिजनों ने अंतिम संस्कार से हाथ खड़े कर दिए। सूचना पाकर वार्ड संख्या पांच की सभासद संगीता डोभाल के पति और भाजपा कार्यकर्ता राकेश डोभाल मौके पर पहुंचे।

और वरिष्ठ भाजपाई उदय पुण्डीर ने माध्यम से इसकी सूचना हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट प्रशासन को दी गई। कुछ ही मिनटों में हिमालयन प्रशासन द्वारा भेजी गई एक टीम एंबुलेंस और एक वाहन के साथ मौके पर पहुंची। और परिजनों से कहा कि हरिद्वार, ऋषिकेश या दूसरी जिस भी जगह परिजन चाहेंगे वहीं वो अंतिम संस्कार करवा देंगे।

इसके बाद मौके पर पहुंची टीम ने मृतका के शव को घर से बाहर निकालकर एंबुलेंस में रखा। और शव को रायपुर, देहरादून में अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। कोई भी परिजन शव के साथ अंतिम संस्कार के लिए नहीं गया। टीम के साथ राकेश डोभाल शव के साथ अंतिम संस्कार के लिए रायपुर पहुंचे। जिसके बाद मृतका का अंतिम संस्कार कर दिया गया। लगभग एक हफ्ते पहले मृतका के पति हरदेव का भी निधन हो चुका है। और परिवार के अन्य सदस्य संक्रमित बताए जा रहे हैं।

राकेश डोभाल ने कहा कि हिमालयन प्रशासन द्वारा मृतका का अंतिम संस्कार करवाया गया है। जिसका पूरा खर्च हिमालयन प्रशासन द्वारा ही उठाया गया है। कहा कि मृतका का परिवार गरीब परिवार है। और जौलीग्रांट प्रशासन द्वारा कोरोना माहमारी में हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है।

कहीं डर तो कहीं आर्थिक हालात की मजबूरी

डोईवाला। जो लोग कोविड से मारे गए अपनों के अंतिम संस्कार में भाग नहीं ले रहे हैं। ऐसे लोग या तो कोरोना से बहुत डरे हुए हैं। या फिर कई मामलों में आर्थिक मजबूरी भी सामने आ रही है। वर्तमान में काम-धंधे चौपट होने, गरीबी और अंतिम संस्कार की सामाग्री मंहगी होने से कई लोग अपनों के अंतिम संस्कार से हाथ खींच रहे हैं। ऐसे में कई मददगार भी सामने आ रहे हैं।

 

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