जंगल में एयरपोर्ट बना, अब एयरपोर्ट के अंदर घुस रहे हाथी
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फ्लाइट मूवमेंट के समय एयरपोर्ट में घुसता हाथी तो हो सकता था बड़ा हादसा
देहरादून। देहरादून एयरपोर्ट प्रदेश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है। जो कामर्शियल, रेस्क्यू अभियानों और सामरिक दृष्टि से उपयोग में लाया जाता है।
लेकिन जिस तरह आए दिन एयरपोर्ट के अंदर वन जीव घुस रहे हैं। वो एयरपोर्ट और हवाई यात्रियों के लिए एक बड़ा खतरा हो सकता है। मंगलवार की आधी रात करीब दो बजे जिस तरह एक्कड़ हाथी एयरपोर्ट की बाउंड्री को तोड़कर रनवे पर घुस गया। उस समय फ्लाइट मूवमेंट बंद था।
यदि हाथी दिन में एयरपोर्ट के अंदर घुसता तो काफी बड़ा खतरा पैदा हो सकता था। उससे कई तरह से सवाल खड़ हो रहे हैं। क्योकि इससे पहले एयरपोर्ट के रनवे पर गुलदार, हिरण, भेडिया, गीदड़ आदि वन जीव घुस चुके हैं। जिन्हे रेस्क्यू कर या पिंजरा लगाकर पकड़ा जा चुका है।
जिस स्थान पर देहरादून एयरपोर्ट बनाया गया है। उस स्थान पर 2006 से पहले थानों वन रेंज का घना जंगल था। जिसे काटकर एयरपोर्ट का विस्तार किया गया। और उस जंगल में हाथी और दूसरे वन्य जीवों की आवाजाही रहती थी। अभी भी एयरपोर्ट के एक तरफ थानों वन रेंज का घना जंगल तो दूसरी तरफ बड़कोट वन रेंज का घना जंगल खड़ा है।
हाथी और दूसरे वन्य जीव राजाजी पार्क से होते हुए बड़कोट वन रेंज से रानीपोखरी पुल के पास से ही थानों वन रेंज में दाखिल होते हैं। और लच्छीवाला वन रेंज के जंगलों तक जाते हैं। अब फिर से एयरपोर्ट को बड़ा बनाने की तैयारियां की जा रही हैं। लेकिन विकास के साथ पर्यावरण और वन्य जीवों को भी ध्यान में रखकर कार्य करना होगा।
नहीं तो आने वाले समय में मानव व वन्य जीवों के बीच संघर्ष और बढ़ सकता है। क्योकि हाथी और गुलदार जैसे वन्य जीवों को कोई बाउंड्री या सुरक्षा नहीं रोक सकती है। हाथी बड़ी से बड़ी दिवार को आसानी से तोड़ देता है। वहीं गुलदार अपने शिकार को मुंह में दबाकर बड़े से बड़े पेड़ पर चढ जाता है।
हेलीकाप्टर या टर्मिनल को नहीं पहुंचाया नुकसान
डोईवाला। एक्कड़ हाथी ने एयरपोर्ट की बाउंड्री को कई जगहों से काफी नुकसान पहुंचाया। लेकिन एयरपोर्ट के पुराने टर्मिनल और साढे चार सौ करोड़ की लागत से तैयार किए गए नए टर्मिनल को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है। इस नए टर्मिनल का अभी उद्घाटन भी नहीं हुआ है। वहीं एयरपोर्ट के अंदर खड़े हेलीकाप्टरों को भी हाथी ने कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है। यदि हाथी नए टर्मिनल का रूख करता तो काफी नुकसान हो सकता था। वहीं हेलीकाप्टरों को भी हाथी नुकसान पहुंचा सकता था।
बाउंड्री की बढेगी ऊँचाई, लगाई जाएगी फेंसिंग
देहरादून। वन विभाग के रेंजर एनएल डोभाल ने कहा कि एयरपोर्ट को अपनी बाउंड्री की ऊंचाई बढाने को कहा जा रहा है। वहीं वन विभाग एयरपोर्ट के चारों ओर फेंसिंग लगाने जा रहा है। जिससे हाथी को अंदर जाने से रोका जा सकेगा।
कहा कि इसके लिए एयरपोर्ट प्रशासन से बातचीत की जा रही है। उधर एयरपोर्ट निदेशक प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि एयरपोर्ट नियमों के अनुसार बाउंड्री की ऊंचाई ठीक है। कहा कि हाथी के लिए बाउंड्री की ऊंचाई मायने नहीं रखती है। इसलिए फॉरेस्ट को गश्त बढाने को पत्र लिखा जा रहा है।
विशेषज्ञों की राय
सिकुड़ते जंगलों और जंगलों में मानव दखल से वन्य जीवों के व्यवहार में तेजी से बदलाव आ रहा है। जिस कारण मानव व वन्य जीवों के बीच संघर्ष बढ गया है। यही कारण है कि वन्य जीव अब भोजन-पानी के लिए आबादी का रूख करने लगे हैं। डा0 संगीता रावत, प्रोफेसर जंतु विज्ञान डोईवाला महाविद्यालय