देहरादून, डोईवाला। कोतवाली पुलिस ने डोईवाला में हुई डकैती मामले में दो और इनामी बदमाशों को तमंचा और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है।
बीते 15 अक्टूबर को शीशपाल अग्रवाल के घर पर दिन में हुई डकैती के संबंध में थाना डोईवाला, देहरादून पर मु0अ0सं0 -371/22 धारा 395 भादवि पंजीकृत किया गया था।
जिसमें पुलिस द्वारा पहले घटना में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 8,70,300/ रूपये, सोने व हीरे के जेवरात, 01 तमंचा 315 बोर, 02 जिंदा कारतूस, घटना में प्रयुक्त 01 कार ईको स्पोर्टस , 01 कार स्विफ्ट डिजायर, 01 एक्टिवा व 01 मोटरसाइकिल प्लेटिना बरामद किए जा चुके हैं।
आरोपी नावेद पुत्र इकबाल निवासी नियाजुपुरा मुजफ्फरनगर उ0प्र0 और आरोपी वसीम उर्फ काला पुत्र शराफत खान निवासी खालापार मुजफ्फरनगर उ0प्र0 की गिरफ्तारी को 23 अक्टूबर को आरोपियों पर 25-25 हजार रूपये के पुरस्कार की घोषणा की गयी थी।
28 अक्टूबर को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने नावेद व वसीम को आशारोड़ी देहरादून के पास से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों से घटना में लूटी हुयी रकम 3,24,000/रूपये, 25 चांदी के सिक्के, 01 गले का हार, 01 जोड़ी पायजेब, लूट के पैसों से खरीदी एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल, घटना में प्रयुक्त 02 तमंचे व 02 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं।
वसीम ने तमंचा दिखाकर बनाया था बंधक
देहरादून । गिरफ्तार वसीम ने घटना के दिन शीशपाल अग्रवाल की पत्नी व नौकरानियों को तंमचे के बल पर कमरे में बंधक बनाकर रखा था, जबकि नावेद घटना के दिन बाहर से ही निगरानी करता रहा। घटना में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी व शेष माल की बरामदगी के प्रयास पुलिस द्वारा किए जा रहे हैं।
डकैती से पैसों से खरीदी स्पेंडर मोटरसाईकिल
देहरादून। गिरफ्तार आरोपियों द्वारा पूछताछ में पुलिस को बताया कि घटना करने के बाद उन्हें पता लग चुका था कि पुलिस उनके बारे में काफी कुछ जान चुकी है। इसलिए उन्होंने घटना के अगले दिन ही लूटे गए पैसों से एक स्पेंडर मोटरसाइकिल खरीदी। और उसी दिन दोनों नई मोटरसाइकिल में बैठकर पुलिस से बचने के लिए मुजफ्फरपुर बिहार की ओर चले गए।
जब इनको जानकारी हुई कि देहरादून पुलिस द्वारा उन पर ईनाम घोषित कर दिया गया है। और वो कहीं भी पहचाने व पकड़े जा सकते हैं। तो वो लोग वापस आ गए और वसीम के देहरादून स्थित रिश्तेदारी में छिपने जा रहे थे। जिससे मौका पाकर वो कोर्ट में सरेंडर कर सकें। लेकिन पुलिस ने इससे पहले ही उन्हे पकड़ लिया।