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यहाँ स्वतंत्रता सेनानी की 100 वर्षीय धर्मपत्नी पेंशन को भटक रही दर-दर, नही हो रही कोई सुनवाई

स्वतंत्रता सेनानी की 100 वर्षीय धर्मपत्नी पेंशन को भटक रही दर-दर, नही हो रही कोई सुनवाई

चमोली। पिछले आठ महीने से स्वतंत्रता सेनानी की 100 वर्षीय धर्मपत्नी कुसुमा देवी पेंशन के लिऐ भटक रही है।

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की विधवा एक वर्ष में 3 (तीन) बार अपने जीवित होने का प्रमाण पत्र देने के बाद भी भारत सरकार से पंजाब नेशनल बैंक शाखा नारायणबगड़ में मार्च 2022 से पेंशन भुगतान न मिलने से 100 वर्ष की उम्र में 8 महिने से दर दर भटक रही है।

जनपद चमोली की तहसील नारायणबगड़ के चिड़िगा तल्ला के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, आजद हिन्द फौज के सिपाही स्व. आलम सिंह नेगी की मृत्यु 50 वर्ष पूर्व हो चुकी है।

उनकी विधवा कुसुमा देवी को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित की राज्य व केन्द्र सरकार की पेंशन मिलती है। राज्य सरकार की पेंशन तो नियमित रूप से मिल रही है।

लेकिन अफसरसाही के चलते केन्द्र सरकार से मार्च 2022 की पेंशन पंजाब नेशनल बैंक नारायणबगड़ शाखा में नहीं पहुंच पायी है।

कुसुमा देवी अनपढ़ है, उनकी ओर से उनके पुत्र रघुवीर सिंह नेगी द्वारा अनेक बार लिखा पढ़ी करने के बावजूद पेंशन दिल्ली से नारायणबगड़ नहीं पहुंच पायी है।

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं उत्तराधिकारी संगठन जनपद चमोली के सलाहकार एडवोकेट भुवन नौटियाल ने कहा कि आजादी आजादी के अमृत महोत्सव में ही स्वतंत्रता सेनानी परिवार की सुनवाई न होना निन्दनीय है।

उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र प्रेषित किया तथा कहा कि जिला प्रशासन को भी राज्य सरकार के माध्यम से केन्द्र सरकार तक इस प्रकार के प्रकरणों को उठाया जाना न्याय संगत होगा।

ललिता प्रसाद लखेड़ा की रिपोर्ट

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