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फूलदेई संग्रान पर doiwala PIC के बच्चों ने बिखेरे फूल

Doiwala. पब्लिक इंटर कालेज डोईवाला में लोक पर्व फूलदेई उत्साह पूर्वक मनाया गया।

विद्यालय की बालिकाओं ने फूलों के द्वारा साज सज्जा का काम किया। वरिष्ठ शिक्षक डीएस कंडारी ने पर्व की महत्ता बताते हुए कहा कि फूलदेई का त्योहार उत्तराखंडी समाज के लिए विशेष पारंपरिक महत्व रखता है। चैत की संक्रांति यानि फूल संक्रांति से शुरू होकर इस पूरे महीने घरों की देहरी पर फूल डाले जाते हैं।

इसी को गढ़वाल में फूल संग्राद और कुमाऊं में फूलदेई पर्व कहा जाता है। जबकि, फूल डालने वाले बच्चों को फुलारी कहते हैं। प्रकृति और मनुष्य का जन्म काल से संबंध होता है, और फूलदेई उस परंपरा को आगे बढाता है। जहाँ पर हम अपने त्योहारों के माध्यम से अपनी प्रकृति और संस्कृति को बचाकर उसे भावी पीढ़ी के लिए संरक्षित कर सकते हैं।

प्रधानाचार्य जितेन्द्र कुमार उप प्रधानाचार्य नरेश वर्मा, हिन्दी विभाग अध्यक्ष अश्विनी गुप्ता ने कहा कि उतराखण्ड देवभूमि के साथ साथ प्रकृति के द्वारा प्रदत्त अनमोल संसाधनो से संपन्न राज्य है जहाँ के लोक पर्व अपनी एक कहानी रखते है। हम अपने छात्र छात्राओं को उन चीजों से जोड रहे हैं जिनके बारे मे उन्हे पता नही है।

छात्राओं ने विद्यालय परिसर में फूलों की सज्जा कर पर्व को मनाया। इस मौके पर शिक्षक जे पी चमोली, ओमप्रकाश काला, रतनेश द्विवेदी, विवेक बधानी, आलोक जोशी, तेजवीर सिह, अनीता पाल, किरन बिषट, मंयक शर्मा, उमा देवी आदि उपस्थित रहे।

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