
उत्तराखंड है प्योर ऑक्सीजन ट्यूरिज्म, शीतकाल में भी पर्यटन और तीर्थाटन को आ सकते हैं लोग: सतपाल महाराज
Dehradun. रानीपोखरी में पर्यटन व संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में गर्मियों ही नहीं सर्दियों में भी पर्यटन और तीर्थाटन की अपार संभावनाएं हैं।
सतपाल महाराज ने रानीपोखरी चौक पर स्थित होटल जेएस सोविनियर का उद्घाटन किया। कहा कि एयरपोर्ट के नजदीक खुले इस होटल से हवाई पैसेंजरों के साथ ही अन्य पर्यटकों को भी इसका लाभ मिलेगा। कहा कि इस होटल में परोसे जाने वाले व्यंजनों में पहाड़ों के पारंपिरत व्यंजनों को भी शामिल किया जाना चहिए। नैनीताल में स्ट्रो विलेज (खगोल गांव) बनाया जा रहा है। जिसमें कांच की छत होगी। जिससे सोते समय आसमान में तारों को देखा जा सकेगा।
और पयर्टक चांद-सितारों और अन्य ग्रह-नक्षत्रों को निहार सकेंगे। कहा कि शहर की चकाचौंध रोशनी में तारे नहीं दिखाई देते हैं। इसलिए युवा पहाड़ों में सुरक्षित स्थानों पर जाकर रात में तारों को जरूर देखना चाहिए। ऐसा नजरा विदेशों में काफी लोग देखना पसंद करते हैं। डाक बंगलों में सिर्फ बीआईपी को ही जगह मिलती है। इसलिए दीनदयाल होम स्टे योजना में 3400 होम स्टे पंजीकृत किए गए हैं। उनकी योजना है कि 30 नवंबर बद्रीनाथ यात्रा पूरी होने के बाद विंटर ट्यूरिज्म को बढावा देने के लिए कार्य किया जाए।
सर्दियों में गंगा माता मुखमा में विराजमान होती हैं। सर्दियों में केदारनाथ जी ऊखीमढ में विराजते हैं। भगवान बद्री विशाल पांडुकेश्वर जोशीमठ में आ जाते हैं। इसलिए श्रद्धालू शीतकाल में भी इन स्थानों पर होने वाली पूजा-अर्चना में शामिल हो सकते हैं। औली में स्कीइंग का भी लुत्भ उठाया जा सकता है।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि गढवाल के 12 और कुमाऊं के भी 12 धार्मिक स्थानों का चयन तीर्थाटन बढाने को किया गया है। प्रदेश में विवेकानंद, गांधी, टैगोर आदि से जुड़े स्थानों को भी विकसित किया जा रहा है। इस अवसर पर मेयर अनिता मंमगाई, रूचि भट्ट, अरविंद भट्ट, अखिलेश भट्ट (मीनू), अरूण भट्ट, संजीव सैनी, पुरूषोत्तम डोभाल, सुबोध जायसवाल, विजय भट्ट, कुसुम सिद्धू, सरोज डिमरी, लक्ष्मी कोठियाल, प्रवीन भट्ट आदि उपस्थित रहे।