Dehradun. देहरादून का जौलीग्रांट एयरपोर्ट इन दिनों काफी सुर्खियों में है।
कारण यह है कि जहां जॉलीग्रांट से लेकर ऋषिकेश तक एलिवेटेड रोड बनाने के सरकार के दावे किए जा रहे हैं।
वहीं जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की कवायद शुरू की जा चुकी है। जिसके जौलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को जमीने तलाशी जा रही हैं।
जौलीग्रांट एयरपोर्ट के इंटरनेशनल बनाने को लेकर तीसरा सर्वे किया जा रहा है। जिसमें एयरपोर्ट के रनवे को 2700 मीटर से बढ़ाकर 3650 मीटर तक किया जाना प्रस्तावित है।
इसके लिए इन दिनों राजस्व विभाग और लोक निर्माण विभाग द्वारा संयुक्त सर्वे किया जा रहा है। जो पुरानी चोर पुलिया से लेकर दुर्गा चौक तक 900 मीटर तक लंबाई में और ऋषिकेश हाईवे से 350 मीटर अठुरवाला की तरफ और
150 मीटर जौलीग्रांट की तरफ किया जा रहा है। जिसमें 31.5 हेक्टेयर (409) बीघा जमीन ली जानी प्रस्तावित है।
दूसरी खबर आई है कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट के पास एरोसिटी बनाई जाएगी। जबकि सच्चाई यह है कि एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए तीसरा सर्वे किया जा रहा है।
और एयरपोर्ट के रनवे व अन्य चीजों के लिए जमीन तलासी जा रही हैं।
एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय बनाने के लिए अब जौलीग्रांट का मुख्य बाजार, जॉलीग्रांट और विस्थापितों को उजाड़ने की तैयारियां की जा रही है।
वहीं दूसरी तरफ इस तरह की खबरें आ रही है कि जॉलीग्रांट एयरपोर्ट के आसपास एरोसिटी बनाई जाएगी।
जिसमें सैकड़ों लोगों के रहने की व्यवस्था होगी। और होटल से लेकर योगा हट इत्यादि की सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। जिसके लिए सैकड़ों बीघा जमीन की जरूरत होगी।
लेकिन अब यह सवाल यह है कि देहरादून का जौलीग्रांट एयरपोर्ट एक तरफ थानों वन रेंज और जाखन नदी से दूसरी तरफ बड़कोट वन रेंज व विस्थापित अठुरवाला क्षेत्र, जौलीग्रांट मुख्य बाजार, हिमालयन इंस्टीट्यूट हॉस्पिटल और एसडीआरएफ से घिरा हुआ है।
ऐसे में एरोसिटी को कहां बसाया जाएगा। समझ से परे है। क्या सैकड़ो लोगो के आशियाने उजाड़ कर ऐरोसिटी बसाई जाएगी। या फिर जंगलों को काट कर इसे बसाया जाएगा।
लोगो मे भ्रम और दहशत की स्थिति
Dehradun. फिलहाल एयरपोर्ट को लेकर क्षेत्र में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। जॉलीग्रांट से एलिवेटेड रोड बनाए जाने की कवायद शुरू हो गई है।
वहीं अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए सर्वे किया जा रहा है। और कभी जौलीग्रांट के पास एरोसिटी बनाए जाने के बातें सामने आ रही हैं।
अब क्या ऐरोसिटी को हवा में बनाया जाएगा। क्योंकि जब अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए ही जमीन उपलब्ध नहीं है तो एयरोसिटी के लिए जमीन कहां से उपलब्ध होंगी।
फिलहाल क्षेत्र में अपनी जमीनें और घरों को लेकर दहशत का माहौल है। लोग समझ ही नहीं अब नहीं पा रहे हैं कि उनके क्षेत्र में एलिवेटेड रोड निकलेगा, एयरपोर्ट का विस्तार होगा या ऐरोसिटी बनेगी। और इस पर किसी भी अधिकारी को कोई स्पष्ट जानकारी नही है।
लोगों ने निर्माण कार्य रोके, जमीनों के रेट धड़ाम
Dehradun. एयरपोर्ट विस्तारीकरण और एलिवेटेड रोड बनने की कवायद के बाद लोगों ने मकान, दुकाने व होटलों के कार्य रोक दिए हैं।
वहीं एयरपोर्ट के आसपास और दुर्गा चौक तक लोग जमीने खरीदने से भी बच रहे हैं। जिससे जमीनों के रेट धड़ाम हो गए हैं।
इन्होंने कहा
एयरपोर्ट विस्तारीकरण के थानों जंगल की तरफ का प्रस्ताव उनके संज्ञान में है।
लेकिन एयरपोर्ट के दुर्गा चौक की तरफ जाने या ऐरोसिटी के बारे में उनके पास अभी तक कोई जानकारी नही है। प्रभाकर मिश्रा, एयरपोर्ट निदेशक देहरादून।