आरक्षी राजेंद्र नाथ ने एक और उपब्धि को अपने नाम किया
डोईवाला। एसडीआरएफ मुख्यालय जौलीग्रांट के एक आरक्षी जवान ने अफ्रीका महाद्वीप के तंजानिया में स्थित सबसे ऊंची चोटी माउंट किलीमंजारो को तीन दिवस के अंतराल में दो बार फतह कर देश व विश्व स्तर पर अपना नाम दर्ज करवाया है।
एसडीआरएफ आरक्षी राजेंद्र नाथ की इस उपलब्धि से एसडीआरएफ मुख्यालय में हर्ष का माहौल है। राजेन्द्र की इस उपलब्धि से एसडीआरएफ हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम की कार्यदक्षता में भी वृद्धि हुई है। आरक्षी राजेन्द्र द्वारा विगत पर्वतारोहण अभियानों में डीकेडी-2 (5670 मीटर), चंद्रभागा-13 (6264 मीटर), सतोपंथ(7075), माउंट त्रिशूल (7120 मीटर), यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुश(5642 मीटर)
व माउंट गंगोत्री प्रथम (6675 मीटर) का सफलतापूर्वक आरोहण किया गया है। और माउंट किलीमंजारो को फतह कर अब एक और उपलब्धि एसडीआरएफ खासकर राजेंद्र नाथ के खाते में दर्ज हो गई है।
एसडीआरएफ जौलीग्रांट के सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने कहा कि राजेंद्र नाथ की इस उपलब्धि से एसडीआरएफ के सभी जवानों का उत्साह बढा है। जिससे राहत और बचाव कार्यो में एसडीआरएफ के जवान अब और उत्साह और जोश से कार्य करेंगे।
जौलीग्रांट में फ्लैग इन सेरेमनी के दौरान वाहिनी मुख्यालय में उपसेनानायक मिथिलेश कुमार, सहायक सेनानायक कमल सिंह पंवार, शिविरपाल राजीव रावत, इंस्पेक्टर प्रमोद रावत, ललिता नेगी, सब इंस्पेक्टर पूनम शाह, बलबीर राणा, विजय रयाल, मोहित रौथाण, नीरज शर्मा, आलोक चंद इत्यादि उपस्थित रहे।
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