सैनिकों की सुरक्षा को आरूषि निशंक ने भिजवाए खादी के मॉस्क
स्पर्श गंगा की ओर से तैयार करवाए गए दस हजार मॉस्क
डोईवाला। स्पर्श गंगा की राष्ट्रीय संयोजिका आरुषि पोखरियाल निशंक ने बॉर्डर पर तैनात सैनिकों की सुरक्षा के लिए खादी के कपड़े से तैयार रियूजेबल मास्क भिजवाए।
स्पर्श गंगा से देश और दुनिया में 5.5 लाख से ज्यादा लोग जुड़े हुए हैं| स्पर्श गंगा की विभिन्न टीमों ने इन फेस मास्क को खादी के कपड़ों से स्वयं तैयार किया है। जिन्हें धोकर दोबारा प्रयोग में लाया जा सकता है। एक बार प्रयोग में लेकर फेंके जाने वाले मास्क पर वायरस के होने से उससे दूसरे लोगों के भी कोरोना से संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए हाथ से बने मॉस्क ज्यादा उपयोगी होते हैं।
आरुषि निशंक ने कहा कि सभी अपने घरों में रह कर लॉक डाउन का पालन करते हुए इस वैश्विक महामारी से लड़ रहे हैं। लेकिन हमारे सैनिक कोरोना संकट में भी पूरे उत्साह से सीमा पर डटे हुए हैं। वीर सैनिक भाइयों को रक्षासूत्र बाँधने से पहले इस जानलेवा वायरस से सुरक्षित करना जरूरी है। जिस कारण 10 हजार मॉस्क आर्म फोर्स क्लीनिक दिल्ली को आज सौंपे गए हैं।