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पुलकित की दबंगई के आयुर्वेद विश्वविद्यालय में चर्चे, मिलता था वीआइपी ट्रीटमेंट

Dehradun. अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपित पुलकित आर्या का विवादों से पुराना नाता रहा है। उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में भी उसकी दबंगई के तमाम किस्से हैं, बताया गया कि पुलकित पर विश्वविद्यालय प्रशासन की विशेष कृपा रही। उसका रसूख ऐसा था कि विश्वविद्यालय के छात्र के रूप में भी वीआइपी ट्रीटमेंट मिला।

उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय से बीएएमएस की पढ़ाई करने वाले पुलकित आर्या का नाम वर्ष 2016 में उत्तराखंड आयुष-प्री मेडिकल टेस्ट में मुन्नाभाई प्रकरण में भी सामने आया था। इस प्रकरण में पुलकित पर मुकदमा भी कायम हुआ। इसके चलते उसे विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया गया था।

बिगड़ैल स्वभाव के बारे में कई और बातें आ रही बाहर

अंकिता की हत्या के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी इस मामले में विश्वविद्यालय की भूमिका पर सवाल उठा चुके हैं। अब आयुर्वेद विश्वविद्यालय के गलियारों से पुलकित के बिगड़ैल स्वभाव के बारे में कई और बातें छनकर बाहर आ रही हैं। पुलकित ने विश्वविद्यालय का छात्र रहते हुए शालाकय तंत्र की प्रायोगिक परीक्षा में बाह्य परीक्षक को धमकाया था। इस कारण बरेली से आए बाह्य परीक्षक परीक्षा छोड़कर चले गए थे।

प्रशासनिक भवन में दोबारा कराई परीक्षा

हद देखिए कि इस प्रकरण के बाद पुलकित पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के बजाय विश्वविद्यालय प्रशासन ने उसे वीआइपी ट्रीटमेंट देते हुए प्रशासनिक भवन में दोबारा उसकी परीक्षा कराई। यह वर्ष 2018-19 की पूरक परीक्षा थी, जिसे बाद में मुजफ्फरनगर से आए शिक्षक ने संपन्न कराया था।

पुलकित की पत्नी को भी विश्वविद्यालय में दिया काम

उन्हें भी पुलकित ने आगाह किया था कि उससे कुछ न पूछें, क्योंकि उसने विश्वविद्यालय के कई बड़े-बड़े काम कराए हैं। विश्वविद्यालय पर उसके कई ‘उपकार’ हैं। इसे संयोग कहें या कुछ और कि पुलकित की पत्नी को भी विश्वविद्यालय के अकाउंट के आडिट का काम दिया जा चुका है। इन बातों से विश्वविद्यालय के अधिकारियों की मंशा पर भी सवाल उठने लगे हैं।

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