लॉक डाउन में अभिभावकों से ली जाए सिर्फ 30 प्रतिशत फीस
डोईवाला। बाल विधायक और उत्तराखंड बाल विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष आसिफ हसन ने उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा ऊषा नेगी को पत्र भेजकर स्कूलों द्वारा वसूली जाने वाली फीस को कम करने की मांग की है।
बाल संरक्षण आयोग को भेजे पत्र में आसिफ ने लिखा है कि देश एक भयंकर महामारी से गुजर रहा है। रोजगार और कारोबार बंद हैं। लोग मुश्किल से दो वक्त की रोटी जुटा पा रहे हैं। सरकारी और गैर सरकारी स्कूल बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करवा रहे हैं। कई स्कूल संचालकों ने अभिभावकों को ऑनलाइन फीस जमा करने के मैसेज भेजना शुरू कर दिया है।
स्कूल संचालकों का कहना है कि उन्हे शिक्षकों की तनख्वह देनी है। इसलिए अभिभावकों से फीस के मैसेज भेजे जा रहे हैं। लेकिन शिक्षकों के वेतन के लिए स्कूल संचालकों को सिर्फ 30 प्रतिशत फीस वसूलने की अनुमति दी जानी चाहिए। क्योंकि लॉक डाउन में स्कूलों में बाकि कोई खर्च नहीं हो रहा है।