डोईवाला। जौलीग्रांट में वन विभाग के अधिकारियों को एसडीआरएफ द्वारा वनाग्नि सुरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
यह प्रशिक्षण एसडीआरएफ मुख्यालय जौलीग्रांट में विशेषज्ञ द्वारा दिया जा रहा है।
इसके साथ ही एसडीआरएफ के प्रशिक्षकों द्वारा सिविल पुलिस, पीएसी, आईआरबी,
होमगार्ड, पीआरडी इत्यादि को आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों को भी पारगंत
किया जा रहा है। जिससे आपदा के दौरान कम से कम समय में अधिकतम जानमाल को सुरक्षित किया जा सकेगा।
इसी क्रम में पुलिस महानिरीक्षक रिधिम अग्रवाल, सेनानायक मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व
में गर्मियों में जंगलों में लगने वाली आग में वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की
महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए उन्हें और अधिक कार्यकुशल व प्रभावी रूप से प्रतिवादन
करने में निपुण बनाये जाने को एसडीआरएफ मुख्यालय, जॉलीग्रांट में आपदा/वनाग्नि प्रबंधन
का साप्ताहिक प्रशिक्षण आरम्भ किया गया।साप्ताहिक प्रशिक्षण कार्यक्रम में एसडीआरएफ
प्रशिक्षकों द्वारा वन कार्मिकों को आपदा प्रबंधन, आपदा के दौरान क्या करें व क्या न
करें, वनाग्नि नियंत्रण व फायर सेफ्टी, प्राथमिक उपचार, सीपीआर, वनाग्नि पूर्व चेतावनी
प्रक्रिया व कार्यप्रणाली, रोप रेस्क्यू व विभिन्न रेस्क्यू तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
प्रशिक्षण टीम में इंस्पेक्टर प्रमोद सिंह रावत, मुख्य आरक्षी राकेश राणा, दिगपाल लाल,
आशीष रावत, दीपक कुमार, आरक्षी मनीष उनियाल, जगदीश नैनवाल, यशवंत सिंह उपस्थित रहे।
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