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डिजिटल रूप में 30 से अधिक पोस्टों से जुड़ा एसडीआरएफ, रेस्क्यू में मिलेगी मदद

आपदा के समय मुख्यालय से दिए जा सकेंगे आवश्यक निर्देश

देहरादून। एसडीआरएफ मुख्यालय जौलीग्रांट डिजीटल रूप में पहाड़ों में तीस से अधिक पोस्टों से जुड़ चुका है।

सेनानायक सुश्री तृप्ति भट्ट (आईपीएस) ने राज्य आपदा प्रतिवादन बल की विभिन्न पोस्टों से संयुक्त रूप से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए  डिजिटल एसडीआरएफ के नए स्वरूप का उद्घाटन किया। इससे राज्य की 30 से ज्यादा स्थानों में स्थापित एसडीआरएफ पोस्टों से कुशलता प्राप्ति के साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए जा सकेंगे। इससे रेस्कयू कार्यो में गति लाने में मदद मिलेगी।

सेनानायक सुश्री तृप्ति भट्ट ने कहा कि मुख्य रूप से सरियापानी, उजेली, बड़कोट, चकराता, कोटद्वार, श्रीनगर, नैनीताल, आदि पोस्टों से वीडियो कांफ्रेंस कर सेवा का शुभारंभ किया गया है। वर्ष 2013 में केदारनाथ आपदा के बाद गठित एसडीआरएफ स्थापना के मात्र छह साल में अपनी विभिन्न पोस्टों से डिजिटल रूप से जुड़ना एक उपलब्धि की तरह है। रिस्पांस फोर्स की अधिकांश पोस्टें पर्वतीय क्षेत्रों में स्थापित है। डिजीटल रूप में जुड़ने से रेस्क्यू और आपदा में काफी मदद मिलेगी। और आपसी तंत्र मजबूत होकर समन्वय भी स्थापित होगा।

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