
देहरादून। उत्तराखंड एसडीआरएफ को आंध्र आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी में सफल रेस्क्यू के लिए आन्ध्र प्रदेश औऱ उत्तराखंड में सम्मानित किया गया है।
बीते 15 सितम्बर को आंध्रप्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले के देवीपट्टन इलाके में सैलानियों से भरी एक नोका गोदावरी की विशाल लहरों के वेग से पलटने के कारण लापता हो गई थी।रॉयल वशिष्ठ नामक नोका में 09 चालक दल सहित करीब 60 व्यक्ति सवार थे। घटना मे लापता लगभग 25 व्यक्तियो के खोजने के लिए आन्ध्र प्रदेश सरकार ने उत्तराखंड से एसडीआरएफ की मांग की थी।
उत्तराखण्ड एसडीआरएफ की फ्लड टीम तेज बहाव नदियों में रेस्कयू एवमं सर्चिंग हेतु पारंगत व आधुनिक उपकरण सोनार सिस्टम, अंडरवाटर ड्रोन ब रेसट्यूब से लैस होने के कारण आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा रेस्कयू एवम सर्चिंग हेतू एसडीआरएफ उत्तराखण्ड पुलिस टीम की मांग की गई थी।
06 सदस्यीय दल अति आधुनिक उपकरण सोनार सिस्टम, अंडर वाटर ड्रोन के साथ इंस्पेक्टर जितेंद्र जोशी के नेतृत्व में दिनांक 16 सितम्बर को हवाई मार्ग से आंध्रप्रदेश पहुँची थी।
एसडीआरएफ उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा एनडीआरएफ के साथ सँयुक्त सर्चिंग ऑपरेशन में दिनाँक 17.09.19 को दुर्घटना में लापता हुए 18 सैलानियों के शव व दिनाँक 18.09.19 को 05 शव (कुल 23 शव) बरामद किये गये।
दिनांक 19.09.19 एसडीआरएफ टीम द्वारा घटना स्थल पर अपने साथ लाये गए अत्याधुनिक उपकरण सोनार सिस्टम के माध्य्म से प्राप्त नदी के नीचे नाव की छवि, दिशा व स्थिति का पता लगाया। इस बारे में वहाँ पर उपस्थित उच्चाधिकारियों को जानकारी दी गयी। उनके द्वारा भी नाव की छवि की पहचान की गयी।
दिनाँक 21.09.19 को आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा एसडीआरएफ उत्तराखंड पुलिस को टीम द्वारा किये गये सराहनीय रेस्क्यू कार्य हेतु के. कन्ना बाबू, स्पेशल कमिशनर, डिजास्टर मैनेजमेंट, आंध्र-प्रदेश सरकार द्वारा मोमेंटो व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
वही वापस लौटने पर 24 सितंबर 2019 को पुलिस मुख्यालय देहरादून में डीजीपी उत्तराखंड पुलिस द्वारा आंध्र प्रदेश में उत्कृष्ट रेस्क्यू कार्य कर लौटी एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम को सेनानायक तृप्ति भट्ट की उपस्थिति में टीम का उत्साहवर्धन किया गया।