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देहरादून। चीनी मिल के अधिशासी निदेशक ने क्षेत्र के पवित्र सिद्ध पीठ कालू सिद्ध मंदिर, लक्ष्मण सिद्ध और गुरूद्वारे में मत्था टेक कर
चीनी का भोग लगाकर विशेष पूजा-अर्चना करते हुए निदेशक ने चीनी मिल और गन्ना किसानों की खुशहाली की प्रार्थना की।
अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि इस पेराई सत्र में नौ दिनों में करीब 1,90,910 कुन्तल गन्ने की पेराई की जा चुकी है। जबकि बीते पेराई सत्र के दौरान छह दिन में 1,16,800 कुन्तल गन्ने की पेराई हुई थी।
वर्तमान में चीनी मिल अपनी पूरी क्षमता से गन्ने की पेराई कर रही है। जिससे बेहतर चीनी का उत्पादन किया जा रहा है। इस वर्ष अभी तक कुल 13,070 कुन्तल चीनी का उत्पादन हो चुका है।
पहली बार मिल द्वारा गन्ने की घटतौली रोकने के लिए सभी गन्ना क्रय केन्द्रों पर कम्प्यूटराईज्ड कांटों की व्यवस्था की गई है।
मिल प्रबन्धन द्वारा इस वर्ष कृषक विश्राम गृह में तख्त और गद्दे, स्वच्छ पेयजल, शौचालय इत्यादि की व्यवस्था की गई है। विश्राम गृह के पास ही कैन्टीन का निर्माण और अन्य व्यवस्था की गई हैं।
गन्ना परिवहन की दरें मिल प्रबन्धन द्वारा योजनाबद्ध तरीके से कम कराई गई हैं।मिल के आसपास रहने वाले लोगों को बैगास उड़ने से हो रही परेशानियों को लेकर बैगास यार्ड में बाउन्ड्रीवाल के ऊपर टीनें लगवायी गई हैं।
जिससे बीते पेराई सत्र की अपेक्षा इस पेराई सत्र में मिल को लगभग एक करोड़ रूपये से अधिक का आर्थिक लाभ होने की संभावनाएं हैं।