देहरादून। उत्तराखंड में पूर्व बीजेपी नेता हरक सिंह रावत फिर से आज कांग्रेस में शामिल हो गए। उनके साथ उनकी पुत्रवधु अनुकृति गुसांई रावत ने भी कांग्रेस की सदस्यता ली है।
हरक सिंह रावत को पिछले हफ्ते बीजेपी ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया दिया था। हरक सिंह रावत पर ये कार्रवाई कांग्रेस के संपर्क में रहने के चलते की गई थी। इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल होंगे। लेकिन हरीश रावत के विरोध के चलते उनकी कांग्रेस में वापसी टलती रही।
सोशल मीडिया से लेकर तमाम जगहों पर कांग्रेसी हरक सिंह रावत के कांग्रेस में आने से नाराजगी जाहिर कर रहे थे। और ऐसा लग रहा था कि हरक सिंह अब न घर के रहे न घाट के। लेकिन कांग्रेस ने उनकी पिछली गलतियों को माफ कर अपने दरवाजे एक बार फिर उनके लिए खोल दिए हैं।
बीजेपी से छह साल के लिए निकाले के गए पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत अपनी बहू अनुकृति के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। इस दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत मौजूद रहे। हरक सिंह रावत पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगने के बाद भाजपा से निष्कासित किया गया था। हरक को विगत रविवार को भाजपा से निकाला गया था।
अब देखना दिलचस्प होगा कि हरक सिंह को कौन सी विधानसभा सीट से टिकट दिया जाता है। हरक सिंह के कांग्रेस ज्वाइंन करने से नए सियासी समीकरण पैदा हो गए हैं। जिस विस क्षेत्र से हरक सिंह चुनाव लड़ेंगे उस विस क्षेत्र के कांग्रेसी उन्हे पचा पाते हैं या नहीं ये देखना दिलचस्प होगा।