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Dehradun. डोईवाला चीनी मिल में अब तक 17.12 लाख कुन्तल गन्ने की पेराई से 1.58 लाख कुंतल चीनी का उत्पादन हुआ है। वहीं इस पेराई सत्र में डोईवाला में मिल बन्दी सिर्फ 81 घंटे रही है।
अधिशासी निदेशक डीपी सिंह ने कहा कि चीनी मिल की रिकवरी में भी सुधार हुआ है। जनता को पेराई सत्र के दौरान गन्ने के वाहनों से अक्सर लगने वाले जाम की समस्या से निजात मिली है।
राज्य निर्माण के बाद गन्ना क्षेत्रफल कम होने के कारण गन्ना उत्पादन में कमी आई है। इसके बावजूद चीनी मिल का पेराई सत्र 1990-91 से 1993-94 तक एवं 2002-03 से 2006-07 तक अधिकतम चीनी परता 9.42 प्रतिशत,
कुल चीनी हानि न्यूनतम 2.16 प्रतिशत एवं न्यूनतम कुल बन्दी 402.20 घण्टे रही। जबकि पेराई सत्र 2022-23 से 2023-24 तक अधिकतम चीनी परता 9.90 प्रतिशत, कुल चीनी हानि न्यूनतम 2.04 प्रतिशत और न्यूनतम कुल बंदी 157 घंटे रही है।
मिल में अब तक लगभग 17.12 लाख कुन्तल गन्ने की पेराई कर 1.58 लाख कुन्तल चीनी का उत्पादन हो चुका है। वहीं चीनी परता 9.39 प्रतिशत है।
अब तक इस पेराई सत्र में कुल बन्दी मात्र 81 घण्टे की है। पेराई सत्र 2024-25 के दौरान दिनांक 02.01.2025 तक कृषकों द्वारा मिल में आपूर्ति किये गये गन्ने का रू0 3270.78 लाख का भुगतान समितियों के माध्यम से किया जा चुका है। वर्तमान में चीनी मिल का पेराई सत्र 2024-25 अभी चालू है।
चीनी मिल के इस पेराई सत्र में पिछले सभी आंकड़े ध्वस्त करने की संभावनाएं जताई गई हैं। जिससे किसानों और मिल दोनों को लाभ मिल सकता है।