अपडेट: एम्स में 13 मरीजों के सैंपल कोरोना पॉजिटिव पाए गए
देहरादून। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में शुक्रवार को 6 मरीजों के सैंपल कोविड पॉजिटिव पाए गए।
इनमें एक संस्थान का हेल्थ केयर वर्कर है जबकि अन्य स्थानीय व विभिन्न स्थानों से आए मामले शामिल हैं। जबकि उत्तरकाशी व कोटद्वार पौड़ी गढ़वाल से आए 7 अन्य सैंपल भी पॉजिटिव पाए गए हैं। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल जी ने बताया कि पहला मामला बैराज कॉलोनी ऋषिकेश निवासी 45 वर्षीय पुरुष जो कि सीमा डेंटल कॉलेज में 27 मई से कोरंटाइन था व इसी दिन एम्स ऋषिकेश ओपीडी में आने पर इनका कोविड सैंपल लिया गया था।
जिसकी रिपोर्ट शुक्रवार को पॉजिटिव आई। इससे पूर्व इनकी पत्नी भी कोविड संक्रमित पाई गई थी, साथ ही उनका 15 वर्षीय पुत्र भी कोविड पॉजिटिव पाया गया है, यह सभी सीमा डेंटल कॉलेज में कोरंटाइन थे। तीसरा मामला टीएचडीसी कॉलोनी देहराखास, देहरादून निवासी एक 13 वर्षीय किशोर है जो कि एम्स की आईपीडी में 26 मई से भर्ती था, उसे प्रेमसुखधाम हॉस्पिटल, देहरादून से अत्यधिक वमन की शिकायत पर एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया था, इसी दिन किशोर का कोविड सैंपल लिया गया था,जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है।
चौथा केस एम्स आईपीडी में भर्ती ऋषिकेश निवासी 18 वर्षीय युवक है,जिसका 27 मई को कोविड सैंपल लिया गया था साथ ही उसे आइसोलेशन में रखा गया था। पांचवां मामला चमोलगांव, नियर कुंजापुरी मंदिर, नरेंद्रनगर का 34 वर्षीय पुरुष है, जो कि बीती 19 मई को दिल्ली से हरिद्वार आया था व 20 से 25 मई तक हरिद्वार में किराए के कमरे में होम कोरंटाइन रहा। यह व्यक्ति बुखार की शिकायत होने पर 26 मई को एम्स ओपीडी में आया था जहां इसका सैंपल लिया गया। तथा उसे इसी तिथि से आइसोलेशन में रखा गया था।
जबकि छठा मामला एम्स का 22 वर्षीय पुरुष नर्सिंग ऑफिसर है, जिसकी तैनाती एम्स संस्थान की कोविड इमरजेंसी में थी। इस हेल्थ केयर वर्कर को 12 मई को बुखार की शिकायत होने पर वह 13 मई से होम आइसोलेशन में रहा व इसका कोविड टेस्ट किया गया था,जिसकी पहली रिपोर्ट 16 मई को नेगेटिव आई थी। तवियत खराब रहने पर नर्सिंग ऑफिसर का बीती 26 मई को दोबारा सैपल लिया गया।
जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सभी कोविड पॉजिटिव आए मरीजों के बाबत स्टेट सर्विलांस ऑफिसर को सूचना भेज दी गई है, साथ ही उनकी कांट्रेक्ट हिस्ट्री ट्रेस की जा रही है। इनके अलावा7 अन्य पॉजिटिव केस भी मिले हैं, जिनमें 4 उत्तरकाशी व 3 कोटद्वार, पौड़ी गढ़वाल के हैं।