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Dehradun Airport- विस्तारीकरण को साढे छह हेक्टयर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में

एयरपोर्ट विस्तारीकरण की दो कार्रवाई चल रही एक साथ

Dehradun. जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की कवायद के साथ ही एयरपोर्ट के मामूली विस्तारीकरण की कार्रवाई एक साथ चल रही है।

जौलीग्रांट एयरपोर्ट बाउंड्री से सटे हुए चोरपुलिया वाले एरिए को उठाने की प्रक्रिया लगभग  अंतिम चरण में है। यह एरिया एयरपोर्ट बाउंड्री से 175 मीटर लंबाई में और एयरपोर्ट बाउंड्री के सेंटर से 75 मीटर दोनों तरफ उठाया जाना प्रस्तावित है। जिसके लिए कुल साढे छह हेक्टयर

जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। जिसमें नाप-जोख आदि की प्रक्रिया पूरी करने के बाद लोगों के मकान, दुकानें, जमीनों आदि के रेट भी तय कर दिए गए हैं। और जल्द ही इस एरिए से चिन्हि्त लोगों को उठा दिया जाएगा। इसमें कई परिवार ऐसे भी हैं। जिन्होंने खुद कहा है कि उन्हे

भी वहां से उठा दिया जाए। क्योंकि वो एयरपोर्ट की बाउंड्री से सटे हुए हैं। जिस कारण उन्हे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

इस साढे छह हेक्टयर जमीन के एयरपोर्ट को चले जाने के बाद बिचली जौलीग्रांट, कोठारी मोहल्ला, बागी और सैनिक मोहल्ले का एकमात्र लगभग दस फिट चौड़ा संकरा रास्ता पूरी तरह बंद हो जाएगा। लेकिन डोईवाला प्रशासन द्वारा इस रास्ते के लिए अलग से सर्वे कर शासन को

भेजा गया है। और प्रशासन का कहना है कि लोगों के रास्ते को बंद नहीं होने दिया जाएगा। यानि अब पुरानी चोरपुलिया वाले एरिए को एयरपोर्ट में जाना लगभग तय है। जिसकी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अब सिर्फ प्रभावित परिवारों को मुआवजा देना शेष रह गया है। दूसरी प्रक्रिया

 

इंटरनेशल एयरपोर्ट की चल रही है। जो एयरपोर्ट बाउंड्री से साढे 950 मीटर लंबाई में दुर्गा चौक भानियावाला की तरफ लिया जाना प्रस्तावित है। जिसका जमीन, दुकानें, होटल आदि का सर्वे किया जा चुका है। लेकिन अभी तक इस सर्वे पर शासन की मुहर नहीं लगी है। और स्थानीय लोग

एयरपोर्ट विस्तार को साढे छह हेक्टयर जमीन और इंटरनेशल एयरपोर्ट को 950 मीटर दुर्गा चौक की तरफ दोनों का ही विरोध कर रहे हैं। वहीं एयरपोर्ट विस्तार के कारण पूरी प्रक्रिया होने के बावजूद 950 करोड़ रूपए की लागत से 2.2 किलोमीटर बनने वाला एलिवेटेड मार्ग निर्माण भी फिलहाल ठंड़े बस्ते में है।

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