
देहरादून। जौलीग्रांट, आर्य समाज के पास रामलीला का मंचन किया जा रहा है। जिसमें काफी श्रद्धालू रामलीला देखने को आ रहे हैं।
रामलीला में फुलवारी लीला, धनुष यज्ञ और परशुराम लक्ष्मण संवाद का मंचन किया गया। जिसमें दमदार प्रस्तुति से दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। राम और सीता के विवाह का भाव-विभोर कर देने वाला दृष्य लोगों को काफी पंसद आया। रामलीला का शुभारंभ शेर सिंह चौधरी ने किया। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष जोगेंद्र पाल ने कहा कि रामलीला देखने को काफी श्रद्धालू आ रहे हैं। खासकर सीताहरण के दिन काफी लोगों के आने की संभावनाएं हैं।
कहा कि ऐसी मान्यता है कि शिवजी का धनुष कोई साधारण धनुष नहीं था बल्कि उस काल का परमाणु मिसाइल यानि ब्रह्मास्त्र छोड़ने का एक यंत्र था। रावण कि दृष्टि उस पर लगी थी और इसी कारण वह भी स्वयंवर में आया था। उसका विश्वास था कि वह शिव का अनन्य भक्त है, वह सीता को वरण करने में सफल होगा। जनक राजा को भय था कि अगर यह रावण के हाथ लग गया तो सृष्टि का विनाश हो जायेगा, इसलिए धनुष को नष्ट करने के लिए सीता का स्यंम्बर किया गया। मौके पर पंकज रावत, बाबूलाल, विनोद भारती, सुशील कुमार आदि उपस्थित रहे।