परिजनों को नहीं मिला था शहीद का पार्थिव शरीर
डोईवाला। राज्य आंदोलन में अपने प्राणों की आहूति देने वाले अठूरवाला क्षेत्र के शहीद राजेश नेगी को भानियावाला और अठुरवाला में क्षेत्रवासियों ने श्रद्धा-सुमन अर्पित कर याद किया।
2 अक्टूबर 1994 को मुजफ्फरनगर तिराहे पर शहीद राजेश नेगी पुलिस की बर्बरता का शिकार हुए थे। उस समय शहीद की उम्र मात्र 21 वर्ष की थी। राजेश का पार्थिव शरीर तक उसके परिजनों को नहीं दिया गया। सभासद राजेश भट्ट ने कहा कि मुजफ्फरनगर कांड को पहाड़ के लोग कभी नहीं भूल सकते हैं। राज्य निर्माण में अपने प्राणों की आहूति देने वाले शहीदों को हमेशा याद रखा जाएगा।
मौके पर मंडल अध्यक्ष विनय कंडवाल, पंकज शर्मा, संदीप नेगी, उधम सिंह, विनीत मनवाल, नितिन बडथ्वाल, पंकज बहुगुणा, अमित कुमार, ममता नयाल, पूनम तोमर, सुंदर लोधी आदि मौजूद रहे।
उधर भानियावाला राजेश नेगी तिराहे पर भी क्षेत्रवासियो ने श्रद्धा-अर्पित किए। श्रद्धांजलि देने में मनोज नौटियाल, नंदू प्रधान, राहुल सैनी, केन्द्रपाल तोपवाल, रविन्द्र सोलंकी, देशराज(देशु भाई), हितेंद्र सैनी, मोहम्मद रज्जा, अरशद, चंडी प्रसाद थपलियाल, ईश्वर सिंह रौथाण, नागेंद्र चौहान आदि मौजूद रहे।