किसान सम्मान निधि की दो किस्ते भेजने के बाद अब कह रहे गलत थे किसानों के फार्म, दोबारा भरने होंगे फार्म
पहले किसानों के खाते में पैसा ड़ाला, अब कह रहे गलत हैं आपके फार्म
पहले किसान सम्मान निधि का पैसा ड़ाला अब कर रहे आवेदनों की जांच
किसान सम्मान निधि पाने को फिर लगी लंबी लाइनें, परेशान हुए लोग
देहरादून। किसान सम्मान निधि का पैसा पाने को फिर से तहसील में लंबी-लंबी लाइनें लगनी शुरू हो गई हैं।
बीते लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि को बड़े पैमाने पर पूरे देश में लांच किया गया था। इस योजना के अंतर्गत दस हजार रूपए प्रतिमाह से कम आय वाले किसानों को प्रतिवर्ष कुल छह हजार रूपया तीन किस्तों में दिए जाने का प्रावधान किया गया था। तब लाखों किसानों ने किसान सम्मान निधि के फार्म के साथ जमीन की फरद, बैंक खाते की कॉपी और आधार डिटेल तहसील और कृर्षि अधिकारियों को जमा करवाए थे। कृर्षि और तहसील अधिकारियों ने अच्छी तरह जांच के बाद ही प्रत्येक तहसील में सैकड़ों फार्म जमा किए थे।
अप्रैल 2019 के आसपास तक काफी किसानों के खाते में सम्मान निधि की दो किस्तों के कुल चार हजार रूपए भी पहुंच गए। लेकिन लोकसभा चुनाव निपटने के बाद और फिर से मोदी सरकार बनने के बाद अब तीसरी किस्त पाने को किसानों को फिर से लंबी लाइनों में खड़ा होना पड़ रहा है। किसानों को फोन में संदेश भेजे जा रहे हैं कि आपके आवेदन और आधार में उपलब्ध नाम में विसंगति होने के कारण आपकों अगस्त से नंवबर तक की किस्त नहीं भेजी जा सकती है। किसान नोडल अधिकारी के पास जाकर अपना नाम अपडेट करवाएं।
जब त्रुटि थी तो कैसे आया दो किस्तों का पैसा
देहरादून। जिन किसानों के फोन में मैसेज आए हैं कि वो नोडल अधिकारी के यहां जाकर अपना नाम अपडेट करवाएं उन किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि की अप्रैल माह तक की दो किस्तें पहुंच चुकी हैं। ऐसे में सवाल है कि जब खाते में दो किस्तें पहुंच गई हैं तो अब फार्म में त्रुटि कैसे हुई। जमा करते हुए कई अधिकारियों ने फार्म को चेक भी किया था। और कई किसान ऐसे हैं जिन्होंने फार्म में कोई गलती नहीं की है। और सभी दस्तावेज भी ठीक लगाए हैं। फिर भी उनकी सम्मान निधि की किस्त को रोक दिया गया है। जिससे साफ है कि चुनाव जीतने के बाद अब केंद्र सरकार की तरफ से किसानों को बिना गलती के परेशान किया जा रहा है।
जमा किए फार्म कहां हैं किसी को पता नहीं
देहरादून। किसान सम्मान निधि के फार्म किसके पास हैं। तहसील में किसी को पता नहीं है। जिन किसानों की अब तक एक भी किस्त नहीं आई है। वो अपने फार्म ढूंढने तहसील और ब्लॉक के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन उनके फार्म लापता हो चुके हैं। ऐसे में किसानों को ये पता ही नहीं लग पा रहा है कि उनके फार्म में क्या गलती थी। और उसे वो कैसे ठीक करवाएं। वहीं दो किस्ते पा चुके किसान भी तीसरी किस्त पाने को तहसील के चक्कर काट रहे हैं। उन्हे मैसेज भेजा गया है कि उनके फार्म में गलती पाई गई है। और तीसरी किस्त अब नहीं भेजी जा सकती है।
वेबसाइट भी दे रही है धोखा
दो किस्ते खाते में आने के बाद अब किसानों को मैसेज आ रहा है कि उनके फार्म में त्रुटि थी। वो नोडल अधिकारी या दी गई वेबसाइड में जाकर अपना नाम अपडेट करें। लेकिन जब लोग वेबसाइट खोल रहे हैं तो वेबसाइट एक स्थान पर जाकर रूक जा रही है। जिस कारण तहसील में भी लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई हैं। और किसान मासूस होकर वापस लौट रहे हैं।
इन्होंने कहा
जिन किसानों की दो किस्तें पहले ही उनके खाते में आ चुकी हैं। अब उनके फार्म में गलती होने का मैसेज कैसे फोन में आया ये जांच का विषय है। वो इस मामले की जांच करवाएंगे। लक्ष्मीराज चौहान, एसडीएम डोईवाला।